उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में शनिवार (30 नवंबर 2024) को 9वीं में पढ़ने वाले शैलेश यादव की लाश मिली थी। हत्या के आरोप में शैलेश की कथित मुस्लिम प्रेमिका, उसके अम्मी-अब्बा और दादा सहित 5 लोगों को हिरासत में लिया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम लड़की ने पूछताछ में कबूला है कि शैलेश की हत्या उसके ही अब्बा ने की है।
दैनिक भास्कर के मुताबिक मुस्लिम लड़की ने पुलिस को बताया है कि घटना वाली रात वह अपने घर के पीछे खेत में शैलेश से मिलने गई थी। उसके अब्बा भी पीछे-पीछे खेत में पहुँच गए और उसने शैलेश को पकड़ लिया। लड़की के अनुसार अब्बा ने उसे घर जाने को कहा। लेकिन उसे रास्ते में शैलेश की चीख सुनाई पड़ी। इसके बाद वह अम्मी-अम्मी कहते हुए तेजी से अपने घर की ओर भागी।
रिपोर्ट के अनुसार लड़की ने बताया है कि उसके अब्बा लगातार शैलेश को मार रहे थे। अँधेरा होने के कारण वह यह नहीं देख पाई कि उसके अब्बा के हाथ में कौन सा हथियार था। उल्लेखनीय है कि शैलेश के गर्दन, सिर, हाथ और सीने पर वार के कई निशान मिले हैं। पुलिस इस मामले में कड़ियाँ जोड़ने में जुटी हुई है।
नाबालिग लड़की ने शैलेश से पूर्व में भी कई बार मिलने की बात कबूली है। पुलिस ने अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं। घटना के पहले और बाद में लड़की और उसके परिजनों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है। हालाँकि लड़की का अब्बा पुलिस की जाँच में सहयोग नहीं कर रहा है। उसने पुलिस से कहा, “मुझे जेल भेज दो। आगे जो होगा देखा जाएगा।” उसने हत्या की बात नहीं कबूली है
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शैलेश की मौत सिर पर गहरी चोट के वजह से हुई। वार इतने जोर से किया गया था कि सिर के पीछे गहरा गड्ढा बन गया। शैलेश की जान सिर पर 3 वार के बाद ही निकल गई थी। लेकिन उसके बाद भी लगातार वार किया गया।
बताते चलें कि यह ममला प्रयागराज के उतरांव थाना क्षेत्र में पड़ने वाले इस्माइल लाला का पूरा गाँव की है। इस गाँव के रहने वाले अश्वनी कुमार यादव का 16 वर्षीय बेटा शैलेश शनिवार की शाम एक कॉल आने के बाद घर से निकला था। देर रात तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। उसका फोन भी बंद था। आखिरकार शनिवार की ही रात करीब 11 बजे उसकी लाश घर से लगभग 200 मीटर दूर एक तालाब के पास पड़ी मिली। लाश के पास एक मोबाइल फोन, एक जोड़ी चप्पल और खून से सना एक धारदार फरसा भी पड़ा था।