Friday, October 18, 2024
Homeराजनीतिकॉन्ग्रेस को आधी रात में शिवसेना का झटका, CAB पर 18 सांसदों ने दिया...

कॉन्ग्रेस को आधी रात में शिवसेना का झटका, CAB पर 18 सांसदों ने दिया अमित शाह का साथ

महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिहाज से एनडीए से अलग हुए शिवसेना के 18 सदस्यों ने सोमवार (दिसंबर 10, 2019) को लोकसभा में 'कैब' को पास कराने के लिए केंद्र सरकार को अपना समर्थन दिया।

महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिहाज से एनडीए से अलग हुए शिवसेना के 18 सदस्यों ने सोमवार (दिसंबर 10, 2019) को लोकसभा में ‘कैब’ को पास कराने के लिए केंद्र सरकार को अपना समर्थन दिया। इसके साथ ही शिवसेना नेता विनायक राउत ने इस दौरान कहा कि तीनों देशों के अल्पसंख्यक शरणार्थियों को नागरिकता जरूर दी जाए मगर इसके कानूनी प्रावधान भी स्पष्ट किए जाएँ।

विधेयक पर बहस के दौरान पार्टी नेता ने अपना मत रखते हुए कहा कि कैब के अंतर्गत जिन शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान की जाएगी, उन्हें 25 वर्षों के लिए मतदान का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिए। इसके अलावा ये भी कहा गया कि कैब ने नॉर्थ-ईस्ट राज्यों को छोड़ दिया है। सरकार को बताना चाहिए कि किन राज्यों में शरणार्थियों को नागरिकता मिल रही है।

हालाँकि शिवसेना के विनायक राउत ने बिल का समर्थन किया। लेकिन, साथ ही बिल पर बहस करते हुए ये भी कहा कि गृहमंत्री ने यह स्पष्ट नहीं किया कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से कितने लोग भारत में आए और इस विधेयक के पारित होने के बाद कितने लोगों को नागरिकता दी जाएगी। उनके अनुसार देश बहुत मुश्किलों का सामना कर रहा है। ऐसे में इन लोगों को नागरिकता देने से देश पर कितना बोझ पड़ेगा।

इस बहस के दौरान राउत ने श्रीलंका से आए शर्णार्थियों को भी नागरिकता देने की माँग उठाई है और कहा कि केंद्र को इस बात को स्पष्ट बताना चाहिए कि आर्टिकल 370 हटने के बाद दूसरे राज्य से जम्मू-कश्मीर जाकर कितने लोगों ने अपना काम शुरू किया है। क्योंकि उनके अनुसार सिर्फ़ सिर्फ़ कानून बन जाना पर्याप्त नहीं है।

उल्लेखनीय है कि इस बिल पर शिवसेना का रुख जानना इसलिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि महाराष्ट्र में कॉन्ग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाने के बाद से ही सबकी नजर उनके फैसले पर टिकी थी। एक साल पहले जब ये विधेयक लोकसभा में पेश हुआ था, तब शिवसेना ने पूरी तरह से इसका समर्थन किया था। ऐसे में पाला बदलने के बाद इसका विरोध करके पार्टी आलोचनाओं का शिकार नहीं होना चाहती थी।

‘इंदिरा ने बांग्लादेशियों को नागरिकता दी तो Pak प्रताड़ितों को क्यों नहीं?’ – 311 Vs 80 से पास हुआ बिल

भारत ने किसी ‘समुदाय विशेष’ का ठेका नहीं ले रखा NDTV के सम्पादक महोदय! अल्पसंख्यक का रोना बंद करें

शर्मनाक: ओवैसी ने फाड़ा नागरिकता बिल, कहा- गाँधी ने जो दक्षिण अफ्रीका में किया वह मैंने आज दोहराया

शाह का गणित और फ्लोर मैनेजमेंट: राज्यसभा में ऐसे पास होगा नागरिकता संसोधन विधेयक!

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

गुजरात के गिर-सोमनाथ में तोड़े जो इस्लामिक ढाँचे (दरगाह+मस्जिद) वे अवैध: सुप्रीम कोर्ट को प्रशासन ने बताया क्यों चला बुलडोजर, मुस्लिम बता रहे थे...

गिर-सोमनाथ में मस्जिद-दरगाह गिराने में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना नहीं हुई है, यह वहाँ के कलेक्टर ने कहा है।

‘बहराइच के दरिंदों का हो गया इलाज’: जिस अब्दुल हमीद के घर हुई रामगोपाल मिश्रा की हत्या, उसके 2 बेटों का नेपाल बॉर्डर पर...

बहराइच पुलिस ने रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने के आरोपित रिंकू उर्फ सरफराज खान और तालिब उर्फ सबलू का एनकाउंटर कर दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -