Friday, November 15, 2024
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आंध्र प्रदेश दौरे से पहले PM मोदी-विरोधी पोस्टर्स की भरमार

पीएम मोदी को गुंटूर में एक रैली में भाग लेना है। इसके अलावा उन्हें वहाँ येताकुर बाइपास पर कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन भी करना है, उसके बाद वो एक जनसभा को संबोधित करेंगे।

लोकसभा चुनाव के नज़दीक आते-आते सियासी खींचतान ज़ोरो पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी लोकसभा चुनावों को ध्‍यान में रखते हुए 8-12 फ़रवरी के बीच अपने 10 राज्यों के दौरे पर हैं। आज यानी रविवार (10 फ़रवरी) को वो आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु जाने वाले हैं। इस दौरे के तहत वे आंध्र प्रदेश के गुंटूर, तमिलनाडु के तिरुपुर और कर्नाटक के हुबली में रैलियाँ करेंगे। इस दौरान वे अपने भाषण को किसानों और युवाओं पर केंद्रित रख सकते हैं। इससे पहले शनिवार (9 फ़रवरी) को वो असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा गए थे।

प्रधानमंत्री मोदी के आंध्र पहुँचने से पहले वहाँ कई जगहों पर मोदी विरोधी पोस्टर और होर्डिंग्स लगे दिखे। इन पोस्टर पर ‘नो मोर मोदी’, ‘मोदी इज़ ए मिस्टेक’ और ‘मोदी नेवर अगेन’ जैसे विरोधी नारे लिखे हुए थे। फ़िलहाल यह पता नहीं लगाया जा सका है कि ये पोस्टर किसने लगवाए हैं।

बता दें कि जबसे टीडीपी ने बीजेपी से अपना गठबंधन तोड़ा है, उसके बाद आंध्र में पीएम मोदी का यह पहला दौरा है। जहाँ एक तरफ बीजेपी इस दौरे को सफल बनाने की कोशिश में जुटी हुई है, वहीं, टीडीपी ने उनके ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन में दिख रही है।

आंध्र में रैली से पहले मोदी विरोधी पोस्टर लगाए गए
आंध्र में मोदी विरोधी पोस्टर लगाए गए

जानकारी के मुताबिक़, पीएम मोदी यहाँ जिस गन्नावरम एयरपोर्ट पर लैंड करने वाले हैं, उसके सामने भी बड़ी-बड़ी होर्डिंग्स लगाई गई हैं। पीएम को गुंटूर में एक रैली में भाग लेना है। इसके अलावा उन्हें वहाँ येताकुर बाइपास पर कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन भी करना है, उसके बाद वो एक जनसभा को संबोधित करेंगे।

बता दें कि इससे पहले शनिवार को कुछ विरोध प्रदर्शन भी किए गए थे, जिसकी शिक़ायत बीजेपी ने पुलिस में दर्ज कराई थी और साथ ही होर्डिंग लगाने वालों पर कार्रवाई किए जाने की माँग भी की थी।

प्रधानमंत्री मोदी के ख़िलाफ़ अपने विरोधी सुर को स्पष्ट करने के लिए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अपने कार्यकर्ताओं को आसमान में काले-पीले गुब्बारे छोड़ने और काले-पीले रंग की शर्ट पहनने को कहा है।

बता दें कि नायडू के ये तेवर इसलिए भाी प्रबल हैं क्योंकि वो आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की माँग काफी समय से कर रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा इस माँग को ठुकरा दिए जाने के बाद से ही नायडू ने अपने विरोध को और तेज़ कर दिया। इसलिए उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़कर एनडीए से हाथ मिलाया। आगामी लोकसभा चुनाव में वो महागठबंधन का साथ देकर बीजेपी के ख़िलाफ़ अपना विरोध जताएँगे।

बता दें कि बीजेपी के ख़िलाफ़ इस विरोध प्रदर्शन में टीडीपी कार्यकर्ता, टीडीपी यूथ विंग, कॉन्ग्रेस, लेफ्ट विंग पार्टियों के नेताओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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