झारखण्ड के धनबाद और जामताड़ा जिले की सीमा पर स्थित करमदाहा में रविवार (दिसंबर 29, 2019) को सुबह हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएँ भड़काने के लिए मंदिर के पास प्रतिबंधित माँस का टुकड़ा फेंका गया। ये घटना दुखिया महादेव मंदिर के समीप हुई। पुलिस ने कहा है कि ये कुछ शरारती तत्वों की करतूत है। इस मामले में अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की गई है। मंदिर में मांस की खबर सुन आक्रोशित स्थानीय लोगों ने क़रीब 6 घंटे तक सड़क को जाम रखा। पुलिस ने समझा-बुझा कर स्थिति को शांत कराया।
इस सम्बन्ध में ऑपइंडिया ने दैनिक जागरण के स्थानीय पत्रकार प्रमोद चौधरी से बातचीत की, जिन्होंने बताया कि मुस्लिम-बहुल आबादी के कारण यह इलाक़ा पहले से ही संवेदनशील रहा है। चौधरी ने बताया कि यहाँ हिन्दू-मुस्लिम तनाव का पुराना इतिहास रहा है। स्थानीय लोगों और पुलिस में इस घटना के कारण झड़प भी हुई। जब पुलिस ने दोषियों की तुरंत गिरफ़्तारी का आश्वासन दिया, तब जाकर लोग शांत हुए। ऑपइंडिया ने एसडीपीओ अरविन्द उपाध्याय से भी कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी।
ये घटना जहाँ पर हुई, वो इलाक़ा अक्सर सुनसान रहता है। उक्त मंदिर बराकर नदी के घाट पर स्थित है। गोविंदपुर से साहिबगंज जाने वाली सड़क इसी आसपास से होकर गुजरती है, जिसे आक्रोशित लोगों ने 6 घंटे तक जाम रखा। जामताड़ा के विधायक व कॉन्ग्रेस नेता इरफ़ान अंसारी ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“जामताड़ा की जनता ने मुझे प्रचंड बहुमत से जिताया है। मैं भरोसा दिलाता हूँ कि दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। जिन्होंने आग लगाई है, वो भी जेल जाएँगे। जिन्होंने मंदिर में मांस का टुकड़ा फेंका है, उन्हें भी पकड़ कर जेल भेजा जाएगा। मैं यहाँ चकमाबाजी और धोखाधड़ी नहीं चलने दूँगा। दहशतगर्द जल्द ही पुलिस के शिकंजे में होंगे। आप मेरे पर भरोसा रखिए।”
बता दें कि ये वही इलाक़ा है, जहाँ एक वर्ष पूर्व मिन्हाज अंसारी नामक व्यक्ति ने बीफ की फोटो शेयर की था। बाद में पुलिस की हिरासत में उसकी मौत हो गई थी, जिसके बाद काफ़ी बवाल हुआ था। 22 वर्षीय मिन्हाज ने कटी हुई गाय का फोटो व्हाट्सप्प पर शेयर किया था और साथ में भड़काऊ बयानों को भी आगे बढ़ाया था। बाद में उसके परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसे पुलिस ने प्रताड़ित किया और फिर मार डाला। पुलिस के अनुसार, कस्टडी में ही उसकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था। वहाँ उसकी मौत हो गई थी।
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