20 फरवरी 2020 को चेन्नई में होने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के एक कार्यक्रम में भारतीय सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी जोहो के संस्थापक एवं सीईओ श्रीधर वेम्बु और एक्सेंचर के एमडी और चेन्नई ऑपरेशन्स के प्रमुख राम रामचंद्रन के चीफ गेस्ट और गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर शामिल होने की सहमति देने को लेकर सोशल मीडिया पर ‘बुली’ किया गया।
बता दें कि इन कॉरपोरेट लीडर्स इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए सहमत होने को लेकर स्वघोषित नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर ‘बुली’ किया गया।
Hello @Accenture, why is your India MD at a function of a religious extremist paramilitary group that seeks to target minorities and has been responsible for the most brutal acts of violence the country has seen? pic.twitter.com/Be0m16rZM9
— Yeh Log ! (@yehlog) January 6, 2020
इतना ही नहीं, लोगों ने तो जोहो के उत्पादों का बहिष्कार करने की भी धमकी दी।
Hey @zoho, I’ve been a consistent supporter and promoter of your company for past 4 years.
— Ladak ? (@NevaStopXplorin) January 6, 2020
Unfortunately, since your CEO has decided to support traitors who are interested in burning down this country.
I’ll be moving my business to @GoogleIndia and @MicrosoftIndia this month. https://t.co/F6i2hxqs2n
अब जब दो शीर्ष कॉरपोरेटर लीडर्स को बुली किया जा रहा था, तो भला वो लोग पीछे कैसे रहते, जिनका करियर ही ‘बुली’ करने पर टिका हुआ है। उन्होंने भी इसमें हिस्सा लिया और आरएसएस के प्रोग्राम में शामिल होने को लेकर सवाल उठाए।
Just wanted to know from folks at @AccentureIndia @Accenture @zoho @zohosocial as to what is their corporate policy on attending functions organized by religious bodies?@JulieSweet @Praval pic.twitter.com/qB5ClhFt0z
— Akash Banerjee (@TheDeshBhakt) January 6, 2020
My small opposition against zoho! #IndiaAgainstFascists pic.twitter.com/nJ37ij7EoS
— Balaji (@Balatweets) January 7, 2020
हालाँकि, जोहो प्रमुख श्रीधर वेम्बु पर ‘लिबरलों’ द्वारा किए गए इस बुली का कोई असर नहीं पड़ा। वो काफी स्थिर और अविचलित दिखे।
I don’t decide my views based on Twitter attacks. If you dislike which events I attend, please do what your conscience dictates and I will do what mine dictates. We earn our daily bread due to our work and we will continue to do quality work. I won’t be responding to attacks.
— Sridhar Vembu (@svembu) January 6, 2020
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “मैं ट्विटर पर किए गए अटैक के आधार पर अपने विचार तय नहीं करता। यदि आप उन इवेंट को नापसंद करते हैं जिसमें मैं हिस्सा लेता हूँ, तो कृपया वह करें जो आपका अंतरात्मा कहता है और मैं वही करूँगा जो मेरा अंतरात्मा कहता है। हम अपने काम की वजह से अपनी रोजी रोटी कमाते हैं और हम गुणवत्तापूर्ण काम करते रहेंगे। मैं इन हमलों का जवाब नहीं दूँगा।”
इसके बाद ‘लिबरल’ बुलियों ने जोहो के ग्राहकों और कर्मचारियों से कहा कि ‘वे वही करें जो उनका अंतरात्मा कहता है।’’ साथ ही वेम्बू को धमकी भी दी गई कि अगर वे इस लाइन से नहीं हटेंगे, तो उन्हें सोशल बायकॉट का भी सामना करना पड़ेगा।
If you’re a @zoho employee or customer, do what your conscience dictates. https://t.co/KD1jnyrl9Z
— Nikhil Pahwa , https://mstdn.social/@nixxin (@nixxin) January 6, 2020
वैसे यह पहली बार नहीं है जब ‘लिबरलों’ ने आरएसएस द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए लोगों को धमकाया है। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भी उस समय काफी रोष का सामना करना पड़ा था, जब उन्होंने 2018 में आरएसएस के एक कार्यक्रम में भाग लिया था।