Sunday, September 8, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयपादरी ने कहा 'पवित्र तेल' जमीन पर है, लोग झुककर उसे छूने लगे... भगदड़...

पादरी ने कहा ‘पवित्र तेल’ जमीन पर है, लोग झुककर उसे छूने लगे… भगदड़ में 20 की मौत

पिछले कुछ वर्षों में तंजानिया की चर्चों में पादरियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जोकि लोगों की गरीबी मिटाने और उनका चमत्कारी इलाज करने का दावा करते हैं।

तंजानिया की एक चर्च में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान अचानक से भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 20 लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत नाजुक है।

एएफपी की रिपोर्ट ने मोशी शहर के ज़िला आयुक्त किप्पी वारओबिया के हवाले से बताया कि तंजानिया के उत्तरी इलाके की एक चर्च के खुले मैदान में शनिवार को एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था, जहाँ बड़ी संख्या में लोग उपदेशक बोनीफस मवामपोसा के नेतृत्व में प्रार्थना कर रहे थे, जोकि जो अरिज और शाइन मंत्रालय तंजानिया के प्रमुख रहे हैं। प्रार्थना समाप्त होने के बाद खुद को ईश्वर कहने वाले मवामपोसा ने कहा कि जमीन पर ‘पवित्र तेल’ पड़ा हुआ है। इसकी जानकारी मिलने के बाद चर्च में मौजूद लोग अपने रोग ठीक होने की आस में तेल को छूने लगे।

तेल को छूने की होड़ में देखते ही देखते भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। मोशी के जिला कमिश्नर किपी वारीओबा के मुताबिक इस भगदड़ में 20 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मरने वालों में 5 बच्चे भी शामिल हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुछ लोगों की गंभीर स्थिति को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या में अभी इजाफा हो सकता है।

वहीं अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक घटना के चश्मदीद पीटर किलेवो ने कहा कि वह दृश्य बहुत भयानक था। पीटर ने बताया कि देर रात की घटना होने के कारण लोग एक दूसरे को कोहनी से, हाथ-पैर से मारते हुए रौंदते हुए चले जा रहे थे। खबर के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों में तंजानिया की चर्चों में पादरियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जोकि लोगों की गरीबी मिटाने और उनका चमत्कारी इलाज करने का दावा करते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -