भारत सरकार लगातार दूसरे देशों में फँसे अपने देश के नागरिकों को बचाने और उनकी मदद करने के लिए प्रयासरत है। इस समय सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं जिनकी तारीफ पूरा विश्व कर रहा है। अभी ताजा जानकारी के अनुसार यदि बताएँ तो ईरान में रह रहे भारतीयों के लिए सरकार आगे आई है और ईरान के बन्दर अब्बास में मौजूद तमिलनाडु, गुजरात और केरल के 1000 भारतीय मछुआरों को आवश्यक सामानों की आपूर्ति शुरू कर दी है। इस खबर की जानकारी खुद ईरान स्थित भारतीय दूतावास ने दी है।
Embassy of India in Iran: Embassy & Consulate in Bandar Abbas have started supplying essentials to 1000 Indian fishermen from Tamil Nadu, Gujarat and Kerala in Iran’s southern provinces of Bushehr & Hormozgan. pic.twitter.com/ltl9sTbQzA
— ANI (@ANI) March 20, 2020
कुछ दिन पहले बता दें, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया था कि इस समय वे बहुत ही विपरीत परिस्थितियों में काम कर रहे हैं कई देशों में आने-जाने पर प्रतिबंध है, जबकि कई देशों में खाने पीने की वस्तुओं का इंतजाम करना भी मुश्किल हो रहा है। इन सब के बावजूद उनके राजदूत व मिशन लगातार प्रभावित भारतीयों के साथ संपर्क बनाए हुए हैं और उन्हें चिकित्सा के अलावा दूसरी सुविधाएँ भी देने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा था कि ईरान और इटली की स्थिति सबसे गंभीर है और इन देशों में फँसे नागरिकों को हम हरसंभव मदद कर रहे हैं।
ईरान से 590 लोगों को निकाला गया, इटली में फंसे भारतीयों को जल्द लाया जाएगा स्वदेश : MEA#CoronaVirusUpdate #CoronavirusPandemic #CoronavirusOutbreak #MeaIndia #CoronaVirusIran #CoronaVirusitaly https://t.co/07gBmAiGnJ
— Dainik jagran (@JagranNews) March 19, 2020
उस समय विदेश मंत्रालय में कोरोना मामले पर नियुक्त अतिरिक्त सचिव दम्मू रवि ने बताया था कि ईरान के दूर दराज स्थित किश द्वीप भारतीय मछुआरों तक राशन पानी पहुँचाने के लिए एक स्थानीय आपूर्तिकर्ता से संपर्क किया गया है और उसने आपूर्ति भी शुरू कर दी है। साथ ही ईरान में जिन भारतीय के वायरस से प्रभावित होने की सूचना मिली थी, उन्हें भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने की व्यवस्था हो गई है। वायरस का प्रभाव खत्म होने के बाद इन्हें स्वदेश लाया जाएगा। गौरतलब है कि गुरुवार को हुई विदेश मंत्रालय की कॉन्फ्रेंस में धम्मू रवि ने यह भी बताया था कि उन्होंने अब तक ईरान से 590 लोगों को निकाला है, जहाँ की स्थिति बहुत गंभीर है।