अपने देश की अर्थव्यवस्था से परेशान होकर और कोरोना संकट को देखते हुए अनिश्चित भविष्य की चिंताओं के कारण जर्मनी के वित्त मंत्री के आत्महत्या कर लेने की खबर वाकई झकझोर देने वाली है। सोशल मीडिया पर कल जब ये खबर आई कि जर्मनी के हेस प्रांत (Hesse region) के वित्त मंत्री थॉमस शेफर ने सुसाइड कर ली है, उस समय सब लोग सकते में रह गए। हर किसी के मन में उन्हें लेकर बहुत सवाल उठे। किसी ने उन्हें निराश मन के साथ श्रद्धांजलि दी, तो किसी ने इसे गलत अंत बताया। मगर, इसी बीच एक जिहादी मानसिकता ने इस खबर पर भी अपने भीतर के जहर को परोस दिया और आत्महत्या की खबर पर पूछ डाला कि भारतीय वित्त मंत्री कहाँ हैं?
@HMOIndia Please take note of the handle @aleem_bg https://t.co/Nx7koufxU9
— Bokya 🇮🇳 (@bowcja) March 30, 2020
देश में रहकर वरिष्ठ पद पर आसित एक नेता को लेकर ऐसी टिप्पणी करने वाले ‘जिहादी’ का नाम आलीम सिद्दकी है। आलीम पेशे से खुद को डॉक्टर लिखता है और है भी। लेकिन अफसोस, मानसिकता बिलकुल कट्टरपंथियों वाली है। एक देश के वित्त मंत्री की मौत पर ऐसा ट्वीट करना और उनके समकक्ष भारतीय वित्त मंत्री को रख कर आत्महत्या (परोक्ष रूप से) के लिए सवाल पूछना – उसकी इसी मानसिकता का परिचायक है।
यहाँ बता दें कि आलीम ने एनडीटीवी के ट्वीट पर अपनी ये इच्छा जाहिर की थी। लेकिन, जैसे ही अन्य यूजर्स ने उसे इस पर घेरना शुरू किया और उसके ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल होना शुरू हुआ, उसने फौरन अपना अकॉउंट डिएक्टिवेट कर दिया और मुजरिमों की तरह ट्विटर से फरार हो गया।
ट्विटर अकाउंट डिएक्टिव करके वो सोचा कि मुसिबत टल गई, ईज्जत बच गई। लेकिन तकनीकी रूप से मूर्ख डॉक्टर को गूगल पर मौजूद अपने अन्य अकाउंट की जानकारी शायद नहीं थी। जैसे लिंक्डइन और लिबरेट पर, जहाँ इस ऑर्थोपेडिक सर्जन की सारी जानकारी मौजूद है।
आलीम के अलावा एनडीटीवी के ट्वीट पर कुछ और भी कट्टरपंथी लोग अपनी जेहादी मानसिकता का प्रमाण देते दिखाई पड़े। एक अबरार नाम का यूजर भी आलीम की तरह लिखता है, “अपना टाइम कब आएगा?? अपने वाले का आइ मीन।”
वहीं इमरान अशरफ नाम का यूजर जो खुद को प्राउड इंडियन और सेकुलर बताता है, वो इस खबर को पढ़कर लिखता है कि हमारा वित्त मंत्री तो हमें मार डालेगा।
Our Finance Minister will kill us all !
— Imran Ashraf (@immiiAsh) March 29, 2020
इसी तरह आसिफ तारिक नाम का यूजर तो साफ-साफ लिखता है कि अब ये समय निर्मला ताई का है कि वो इस दुनिया को छोड़ दें।
इसके बाद सदफ खानुम इस ट्वीट पर पूछती हैं कि अपना फाइनेंस मिनिस्टर कहाँ है और आबिद खान लिखता है कि हमारे वित्त मंत्री को इससे सीखना चाहिए।
अब सोचिए, जहाँ इस मानसिकता के लोग ऐसी संकट की घड़ी में भी अपनी नफरत परोसने से बाज नहीं आते हों, वहाँ पर आलीम जैसों के पद और शिक्षा पर क्यों न सवाल उठे। सोशल मीडिया पर इस समय आलीम के ख़िलाफ़ एक्शन लेने की माँग जोर-शोर से हो रही है।
लोग उसके मरीजों का रिव्यू भी शेयर कर रहे है और बता रहे हैं कि कैसे उसी के मरीज उसे उसके घटिया बर्ताव के लिए दुत्कारते हैं और कहते हैं कि उसे अपने मरीजों से बात तक करनी नहीं आती।
Even his patients curse him . Worthless hakeem. pic.twitter.com/iEZjh5Hq2e
— Hindustani 2.0 (@Indiafirst710) March 29, 2020