देश भर में जारी लॉकडाउन के बीच दिहाड़ी मजदूरों को सबसे अधिक मुश्किल हो रही है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आज मजदूर दिवस पर प्रदेश के कामगार और श्रमिकों को बधाई देते हुए कहा कि 30 लाख श्रमिकों को भरण-पोषण के लिए एक-एक हजार रुपए उनके खाते में ट्रांसफर किए जा रहे हैं।
इसके पहले भी 24 मार्च को 5 लाख 97 हजार श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपए भेजे गए थे। उन्होंने कहा कि विकास में श्रमिकों का महत्वपूर्ण योगदान है। उनके श्रम को सम्मान देने के लिए ही प्रत्येक वर्ष एक मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस का आयोजन होता है। विकास में उनकी भूमिका के मद्देनजर उनको सम्मान और हर तरह की सुरक्षा देना हमारा फर्ज है। हम वही कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी सरकार ने निर्माण श्रमिकों, रोज कमाने वाले ठेली, खोमचा, रेहड़ी, रिक्शा, ई-रिक्शा, कुली, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 16 श्रेणी के कामगारों धोबी, मिस्त्री, मोची, नाई, कुम्हार, राजमिस्त्री आदि के लिए भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की है।
साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज’ के जरिए इस वर्ग के हित के लिए 17 हजार करोड़ रुपए का पैकेज दिया गया। इस पैकेज से कामगार, श्रमिक, किसान, युवा और उद्योग में कार्यरत श्रमिक लाभान्वित हुए हैं। उत्तर प्रदेश में संबंधित वर्ग के लोगों को इस योजना से लगातार लाभान्वित कराया जा रहा है। हमारा पूरा प्रयास है कि यह वर्ग चाहे ग्रामीण क्षेत्र का हो या शहरी, उसे कोई तकलीफ नहीं होने देंगे। योजना बनाकर इस पर लगातार अमल जारी है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि आज हम उत्तर प्रदेश के 18 करोड़ लोगों को पोर्टेबिलिटी के माध्यम से खाद्यान्न उपलब्ध कराने की कार्य योजना को आगे बढ़ा रहे हैं। उत्तर प्रदेश का कोई भी कामगार या श्रमिक देश के किसी भी हिस्से में रहता है और उसके पास उसका राशन कार्ड नंबर है, तो वे वहाँ के कोटे की दुकान से भी राशन ले सकता है।