Friday, October 18, 2024
Homeदेश-समाजGoAir के कर्मचारियों की सैलरी अटकी, Bajaj ने कहा - 'दिमाग नहीं, दिल से...

GoAir के कर्मचारियों की सैलरी अटकी, Bajaj ने कहा – ‘दिमाग नहीं, दिल से लेंगे फैसला, सभी को देंगे पूरा वेतन’

GoAir की तुलना में बजाज कंपनी के HR डिपार्टमेंट का भेजा पत्र पढ़िए - "हमारे बिजनस की सफलता शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक के हर कर्मचारी पर निर्भर करती है। ऐसे में जब तक हम मदद करने की स्थिति में रहेंगे, तब तक हमारे अंतिम पायदान के कॉन्ट्रैक्ट वर्कर तक का एक भी बच्चा भूखे पेट नहीं सोएगा।"

मार्च में लॉकडाउन घोषित किए जाने से कई एयरलाइंस कंपनियों के विमानों का ऑपरेशन रुका पड़ा हुआ है। ऐसे में लो-कॉस्ट कैरियर गोएयर (GoAir) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने अपने सभी कर्मचारियों की सैलरी को सही समय पर दे पाने में असमर्थता जताई है। काम के बंद होने की वजह से पैसों की कमी की जानकारी देते हुए गोएयर के चेयरमैन नुस्ली वाडिया और एमडी जे वाडिया ने कर्मचारियों को एक संयुक्त पत्र लिखकर यह सूचित किया।

एयरलाइन कंपनी गोएयर ने अपने 40 फीसदी (मतलब 2,500) कर्मचारियों की सैलरी दे दी है। बाकी लोगों की सैलरी वर्ग-विशेष आधार पर या समय-समय (टुकड़ों-टुकड़ों में) के आधार पर देने की बात कही।

कंपनी के पत्र में कहा गया, “सरकार या बैंकिंग प्रणाली के तहत हमें कोई समर्थन नहीं मिल रहा है। कैश की किल्लत को देखते हुए मार्च और अप्रैल का वेतन देने के लिए उनके पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं। इस कारण दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद निर्णय लेने के सिवाय कोई चारा नहीं था।”

बिना बुकिंग के टिकट रद्द करने और टिकटों का रिफंड देने के चलते एयरलाइंस कंपनियों पर काफी दबाव है। लिहाजा एयरलाइंस कंपनियाँ कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर रही हैं। कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेज रही हैं। साथ ही कुछ एयरलाइंस कंपनियों ने विदेशी पायलटों को भी जाने को कह दिया है।

वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी भी कंपनी है, जो दिमाग से नहीं दिल से कम ले रही हैं। देश की बड़ी ऑटोमेकर कंपनी बजाज ऑटो ने अपने कर्मचारियों को तोहफा देते हुए अप्रैल महीने की सैलरी में कटौती नहीं करने का फैसला किया है। यानी लॉकडाउन की वजह से कर्मचारियों की बढ़ी परेशानियों को देखते हुए कंपनी अप्रैल महीने की पूरी सैलरी देगी।

बता दें कि अप्रैल महीने में लॉक डाउन की वजह से ऑटो सेक्टर में किसी भी तरह की खरीदारी नहीं हुई। जिसकी वजह से इसमें भीषण गिरावट देखने को मिली है। साथ ही घरेलू बाजार में किसी भी तरह की कोई सेल नहीं हुई है। महामारी की वजह सारे वाहनों की बिक्री बिल्कुल ठप रही। यही नहीं मैन्युफैक्चरिंग का काम तो मार्च के आखिरी सप्ताह से ही रुका है।

बजाज कंपनी के एचआर डिपार्टमेंट की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है, “हम इस निष्कर्ष पर पहुँचे हैं कि यह ऐसा समय है, जहाँ हमें दिमाग की जगह दिल से काम करना चाहिए।” लेटर में लिखा है, “हमारे बिजनस की सफलता शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक के हर कर्मचारी पर निर्भर करती है। ऐसे में हम इससे पहले कि समाज के बड़े हिस्से को मदद देने के लिए आगे बढ़ें, हम सबसे पहले अपने खुद के लोगों को सुरक्षित करने के लिए बाध्य हैं। जब तक हम मदद करने की स्थिति में रहेंगे, तब तक हमारे अंतिम पायदान के कॉन्ट्रैक्ट वर्कर का एक भी बच्चा भूखे पेट नहीं सोएगा।”

इस बीच देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया है। केंद्र सरकार ने ग्रीन जोन में पड़ने वाले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स और कुछ SEZ में कामकाज शुरू करने की इजाजत दी है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

गुजरात के गिर-सोमनाथ में तोड़े जो इस्लामिक ढाँचे (दरगाह+मस्जिद) वे अवैध: सुप्रीम कोर्ट को प्रशासन ने बताया क्यों चला बुलडोजर, मुस्लिम बता रहे थे...

गिर-सोमनाथ में मस्जिद-दरगाह गिराने में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना नहीं हुई है, यह वहाँ के कलेक्टर ने कहा है।

‘बहराइच के दरिंदों का हो गया इलाज’: जिस अब्दुल हमीद के घर हुई रामगोपाल मिश्रा की हत्या, उसके 2 बेटों का नेपाल बॉर्डर पर...

बहराइच पुलिस ने रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने के आरोपित रिंकू उर्फ सरफराज खान और तालिब उर्फ सबलू का एनकाउंटर कर दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -