Sunday, September 8, 2024
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‘गधों का सरताज है राहुल गाँधी’ जानिए किसने और क्यों की अध्यक्ष जी पर ये निंदनीय टिप्पणी

आकाश का कहना है कि पहले राहुल गाँधी को 'पप्पू' कहा जाता था जो कि एक हानिरहित और प्यारा नाम है, लेकिन अब वह राष्ट्र विरोधी की तरह काम करने लगे हैं। इसलिए अब उनके नाम को पप्पू से बदलकर 'गधों का सरताज' रख दिया है।

प्रियंका गाँधी के भाई और कॉन्ग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गाँधी का भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने एक बार फिर ‘नामकरण‘ कर दिया है। इस बार यह काम किया है भारतीय जनता पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय ने।

आकाश विजयवर्गीय का कहना है कि पहले कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को ‘पप्पू’ कहा जाता था। उनका कहना है कि पप्पू एक हानिरहित और प्यारा नाम है, लेकिन अब वह राष्ट्र विरोधी की तरह काम करने लगे हैं। इसलिए अब उनके नाम को पप्पू से बदलकर ‘गधों का सरताज’ रख दिया है। उन्होंने यह बातें कॉन्ग्रेस पार्टी द्वारा IAF द्वारा की गई एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने और ओसामा बिन लादेन को सम्मान देने जैसे मुद्दे को लेकर भारतीय युवा मोर्चा के विरोध प्रदर्शन में कहीं।

आकाश विजयवर्गीय मध्यप्रदेश के इंदौर-3 विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं। 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और 3 बार के विधायक अश्विन जोशी को 75,000 वोटों के अतंर से हराया था। उन्होंने पहली बार विधायक का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।

विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘राहुल गाँधी गधा है’ के नारे लगाए। इस प्रदर्शन का नेतृत्व आकाश ने किया। उन्होंने कहा कि राहुल जिस तरह की हरकत कर रहे हैं उससे वह अब पप्पू कहलाने के लायक नहीं बचे हैं। उन्होंने कॉन्ग्रेस को गधों की सेना और कॉन्ग्रेस अध्यक्ष को गधों का सरताज कहा।

इंदौर के अग्रसेन चौराहे पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘राहुल गाँधी चोर है’ के नारे भी लगाए। विजयवर्गीय ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “राहुल उल्टे-सीधे बयान देते हैं। कभी आलू से सोना बनाने की बात करते हैं, कभी आँख मारते हैं और कभी गले पड़ते हैं। वह अपने देश के हैं इसलिए उन्हें पप्पू कहते थे। यह प्यार का नाम है, अगर उनके पास दिमाग नहीं है तो क्या हुआ।”

उन्होंने बयान देते हुए आगे कहा, “अब राहुल देशद्रोह की बात करने लगे हैं। भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा लगाने वाले लोगों के साथ खड़े दिखाई देते हैं। दोकलाम विवाद के दौरान चुपचाप चीनी प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हैं। यदि चीन की वेबसाइट पर यह बात लीक नहीं होती तो हमें पता भी नहीं चलता कि वह चीनी प्रतिनिधियों से मिले हैं।”

राजनीति में आपसी छींटाकशी अब आम बात हो गई है। कॉन्ग्रेस पार्टी अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ और पत्नी को लेकर घटिया चुटकुले बनाती है तो कभी भाजपा सांसद अरविन्द केजरीवाल को जूतों के लायक बता देते हैं। राजनीति का यह गिरता हुआ स्तर अभी आम चुनावों तक और ज्यादा गिर सकता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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