कर्नाटक के एक स्कूल में बच्चों के सामने जब प्रश्नपत्र आया, तब वो हैरान रह गए। उसमे एक ऐसा सवाल पूछा गया था, जिसके विकल्प काफ़ी अजीब थे। प्रश्न पूछा गया था कि किसानों का दोस्त कौन है? विकल्प के रूप में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी, पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और केंचुआ शामिल था। राजनेताओं और केंचुओं के बीच इस तुलना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर मज़ाक उड़ाया।
Kannada question paper, Mount Carmel English High School, Rajarajeshwarinagar:
— Karthik (@beastoftraal) March 28, 2019
“Who is the friend of the farmer?”
Options:
a. BS Yeddyurappa
b. HD Kumaraswamy
c. Earthworm
Hahahahahaha 🙂 pic.twitter.com/mYIv9NXApl
राजराजेश्वरी नगर के माउंट कार्नेल हाई स्कूल की आठवीं कक्षा के प्रश्न-पत्र में ये सवाल दिए गए। राजराजेश्वरी नगर दक्षिण-पश्चिम बेंगलुरु में मैसूर रोड पर स्थित है। प्रश्न-पत्र के वायरल होने के बाद इसकी आलोचना भी हुई। कई लोगों ने कहा कि निजी विद्यालयों को प्रश्न-पत्र तैयार करने की छूट देने के कारण ऐसा हो रहा है।
Alright, Let it be earthworm.
— Nikhil Sharma (@bhakkiaankh) March 27, 2019
But what on earth the boy/girl answered H D Kumaraswamy?!
यही नहीं, एक सवाल प्रख्यात क्षेत्रीय लेखक मस्ती वेंकटेश आयंगर से प्यार करने वाली महिला के बारे में था। इस पर भी लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई है। इसे आयंगर का अपमान माना जा रहा है। इसी तरह स्कूलों में ऐसे कई अजीब सवाल पूछे जाते हैं और वो वायरल हो जाते हैं।
The multiple choice question asked the students, ‘Who is the friend of the farmer?’ and gave them three options to choose from: A) The current Chief Minister HD Kumaraswamy, B) Earthworm, C) Former Chief Minister BS Yeddyurappa.
— चौकीदार N (@DevilonearthNR1) March 27, 2019
कन्नड़ विषय की वार्षिक परीक्षा के प्रश्न-पत्र में ये सवाल किए गए। ताज़ा सूचना के मुताबिक़, स्कूल ने प्रश्न-पत्र तैयार करने के लिए ज़िम्मेदार व्यक्ति को पद से तुरंत हटा दिया है। प्रधानाध्यापक राघवेंद्र ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया:
“व्हाट्सएप पर मैंने (प्रश्न-पत्र) देखा तो मैं चौंक गया और शर्मिंदा हुआ। मुझे सोमवार देर रात एक दोस्त से यह मिला। मैंने तुरंत उस व्यक्ति को फोन किया और उस पर कार्रवाई की। उसे उसकी नौकरी से बरख़ास्त कर दिया गया है और प्रबंधन को इस बारे में सूचित कर दिया गया। बिना स्कूल के उच्चाधिकारियों को बताए हुए यह ग़लती हुई। हमारा संस्थान शिक्षा की गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। हम न तो किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े हैं और न ही किसी भी प्रकार के राजनैतिक प्रोपेगंडा में शामिल हैं। हम ये सुनिश्चित करने में लगे हैं कि भविष्य में ऐसा न हो।”