लोकसभा चुनावों का पहला चरण आज शुरू हो चुका है। इसी बीच खोकन मियाँ (कूचबिहार, ब्लॉक नंबर 1) नाम के एक TMC नेता का एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस ऑडियो में वो अपने कार्यकर्ताओं को बूथ पर पार्टी के पक्ष में 100% वोट सुनिश्चित करने का निर्देश दे रहे हैं। इसमें मियाँ वोटर्स को किसी अन्य पार्टी को वोट न देने की चेतावनी देते हुए सुना जा सकता है। भाजपा द्वारा चुनाव आयोग को क्लिप सौंपकर उचित कार्रवाई की माँग की गई है।
इस मामले पर भाजपा नेता उत्पल कुमार देब ने कहा, “यह स्पष्ट है कि खोखोन मियाँ का अपनी पार्टी की बैठक में दिए गए निर्देशों में क्या लक्ष्य है। लेकिन ऐसे लोग सफल नहीं होंगे क्योंकि लोग उन्हें रोकेंगे।”
मियाँ इस लीक हुए ऑडियो में यह कहते हुए सुने जा रहे हैं कि पार्टी ने निर्देश दिया है कि किसी भी अन्य पार्टी को कोई वोट नहीं मिलना चाहिए और किसी अन्य पार्टी को वोट देने की कोशिश करने वालों की पहचान की जाएगी। मियाँ का कहना है, “TMC को 100% वोट मिलना चाहिए, अन्य पार्टियों को वोट नहीं मिलना चाहिए। उनका कहना है कि अगर कोई किसी अन्य पार्टी को वोट देने की कोशिश करता है, तो उनकी पहचान की जाएगी। यह पार्टी का निर्देश है।”
मियाँ ने आगे कहा कि केंद्रीय बल कुल 100 में से केवल 40 बूथों पर मौजूद होंगे और सभी सरकारी कर्मचारी उनके नियंत्रण में हैं। “पुलिस से लेकर बीडीओ तक, सभी हमारे नियंत्रण में हैं। वे सरकारी कर्मचारी हो सकते हैं, लेकिन वे मेरे अधीन हैं।”
कूचबिहार निर्वाचन क्षेत्र में चुनावों को एक कठिन लड़ाई बताते हुए उसने बूथ कार्यकर्ताओं से पीठासीन अधिकारियों के साथ, अगर आवश्यक हो तो, कुछ ‘सेटिंग’ करने का आग्रह किया, लेकिन पहले यह सुनिश्चित करें कि सभी बूथ कवर किए गए हैं। मियाँ ने कार्यकर्ताओं को वोटों में हेराफेरी करने की सलाह भी दी।
चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में पहले ही दिन भारी हिंसा और हिंसा की खबरें आईं हैं। पिछले साल के विधानसभा चुनावों के दौरान TMC के गुंडों द्वारा की गई हिंसा को याद करके लोग मतदान करने से भी डरने लगे थे। भाजपा ने आरोप लगाया था कि TMC एजेंट नियमों का उल्लंघन करते हुए मतदान केंद्रों पर मौजूद थे और भाजपा एजेंटों को धमकी दी गई थी। यही नहीं, पिछली रात उनके घरों पर हमला किया गया था।
हैरान करने वाली बात यह है कि कुछ दिनों पहले TMC नेता अनुब्रत मोनल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से खुलेआम अपील की थी कि वे प्रति बूथ 500-600 वोटों का प्रबंधन करके लोगों को चुनावों में धांधली करने दें।