उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाल ही (12 मार्च) में सड़क के किनारे स्थित धार्मिक स्थलों को हटाने के लिए आदेश दिया था। प्रशासन ने कहा था कि ऐसी जगह चिह्नित कर जिला प्रशासन इससे शासन को अवगत कराए। जिला प्रशासन ने ऐसे स्थलों की सूची बनाकर शासन को भेजने की शुरुआत भी कर दी है, लेकिन इसी बीच इसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
यूपी के बाराबंकी में किसान नेता आशु चौधरी और एसडीएम के बीच मजार को ना हटाने की बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ है। यह ऑडियो क्लिप भाजपा नेता तजिंदर बग्गा ने ट्विटर पर साझा किया। ऑडियो में किसान नेता एसडीएम से मजार को ना हटाने की पैरवी कर रहे हैं और एसडीएम की ओर से यह कहा जा रहा है कि वह अपने काम से काम रखें।
SDM साब मौज कर दी 😂😂😂 pic.twitter.com/OCWihBROCH
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) March 28, 2021
दरअसल, किसान नेता ने एसडीएम दिव्यांशु पटेल से मिलकर इस मामले पर बातचीत करने की बात कही, लेकिन एसडीएम ने मना कर दिया। उन्होंने किसान नेता से फोन करने का कारण पूछा। आशु चौधरी ने मजार हटाने को लेकर जैसे ही नोटिस देने की बात कही इस पर एसडीएम भड़क गए। एसडीएम ने किसान नेता को फटकार लगाते हुए कहा कि नेतागिरी न करो, किसानों से जुड़ी कोई समस्या हो तो बताओ।
इस संबंध में एसडीएम दिव्यांशु पटेल ने बताया कि सभी को नोटिस दिया गया था। इस मामले में हाईकोर्ट में भी याचिका दायर हुई थी जो डिस्पोज ऑफ हो गई है। एसडीएम ने कहा कि न्यायालय ने विपक्षी को यह साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया है कि मजार या इबादतगाह जिस जमीन पर है, वह सुन्नी वक्फ बोर्ड की है।
थाना फतेहपुर क्षेत्रान्तर्गत कस्बा फतेहपुर में सड़क के बीचों-बीच स्थित पकड़िया मजार को विस्थापित किए जाने के सम्बन्ध में #barabankipolice अधीक्षक @IPSYAMUNA1 की बाइट~@Uppolice @adgzonelucknow @igrangeayodhya pic.twitter.com/C4CcemYUoa
— Barabanki Police (@Barabankipolice) March 14, 2021