Sunday, December 22, 2024
Homeसोशल ट्रेंडमायावती का उड़ाया था भद्दा मजाक: फेमिनिज्म इन इंडिया की एडिटर जपलीन पसरीचा ने...

मायावती का उड़ाया था भद्दा मजाक: फेमिनिज्म इन इंडिया की एडिटर जपलीन पसरीचा ने 9 साल बाद माँगी माफी

जपलीन पसरीचा ने बहन मायावती का मजाक उड़ाते हुए ट्वीट किया था, ''मायावती लोकसभा में परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण के बारे में बात कर रही हैं। लालू गुस्से में बोले: बेबी, जब आप गेम खेल नहीं सकती, तो नियम मत बनाओ।''

जपलीन पसरीचा अक्सर अपने लेख और विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रही हैं। फेमिनिज्म इन इंडिया की संस्थापक-सीईओ व एडिटर इन चीफ जपलीन पसरीचा ने साल 2012 में बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर एक आपत्तिजनक (sexist jibe) ट्वीट किया था। इसको लेकर उन्होंने 9 साल बाद यानी आज (18 मई 2021) ट्वीट कर माफी माँगी है।

दरअसल, उन्होंने अपने एक ट्वीट में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बच्चे नहीं होने और उनके द्वारा जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन की बात करने के लिए उनका मजाक उड़ाया था।

महिलाओं के मुद्दे पर जोर शोर से अपनी बात रखने वाली जपलीन पसरीचा ने बहन मायावती का मजाक उड़ाते हुए ट्वीट किया था, ”मायावती लोकसभा में परिवार नियोजन और जनसंख्या नियंत्रण के बारे में बात कर रही हैं। लालू गुस्से में बोले: बेबी, जब आप गेम खेल नहीं सकती, तो नियम मत बनाओ।”

इतने सालों के बाद ट्वीट के वायरल होने के बाद पसरीचा ने मंगलवार (18 मई 2021) को माफी माँगी। उन्होंने इसके लिए ‘internalised sexism and casteism’ को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने लिखा, ”9 साल पहले किए गए इस ट्वीट के लिए मैं बिना शर्त माफी माँगती हूँ। उस समय मैं इससे बिल्कुल अंजान थी। तब से मैंने बहुत सारे internalised sexism and casteism को अनसुना कर दिया है। मुझे माफ कर दो, हाथ जोड़ती हूँ।”

उन्होंने कहा कि नौ साल पुराने ट्वीट को लेकर उनके खिलाफ एक अभियान शुरू किया गया।

वहीं, जपलीन पसरीचा द्वारा मायावती को लेकर किए गए कमेंट पर उनकी काफी निंदा भी की गई थी।

एक यूजर ने लिखा कि तुम फेमिनिस्ट होने का दावा करती हो, चूल्लू भर पानी में डूबकर मर जाओ जपलीन।

मालूम हो कि उनके ट्वीट ने सवर्णों के खिलाफ कई जातिवादी हमलों को हवा दे दी। अम्बेडकरवादी पत्रकार सुमित चौहान ने कहा कि सवर्ण मानसिक रूप से बीमार लोग हैं और स्वभाव से अत्यधिक जातिवादी हैं। साथ ही कहा कि ये भारत में नारीवाद का झंडा उठाये घूमती हैं।

इससे पहले, स्टैंडअप कॉमेडियन नेविल शाल ने सोमवार (17 मई 2021) को 5 साल पुराने एक मजाक के लिए माफी माँगी थी, जिसमें उन्होंने ‘रिजर्वेशन-कोटे’ का मजाक उड़ाया था। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से स्टैंडअप कॉमेडियन के एक वीडियो की क्लिप काफी वायरल हो रही है। इसमें वह रिजर्वेशन और मेडिकल कॉलेज में कोटा सिस्टम पर सवाल उठा रहे हैं। इसे लेकर ट्विटर पर लोगों में काफी गुस्सा दिखा, जिसके बाद शाह ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक माफीनामा पोस्ट किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

नाम अब्दुल मोहसेन, लेकिन इस्लाम से ऐसी ‘घृणा’ कि जर्मनी के क्रिसमस मार्केट में भाड़े की BMW से लोगों को रौंद डाला: 200+ घायलों...

भारत सरकार ने यह भी बताया कि जर्मनी में भारतीय मिशन घायलों और उनके परिवारों से लगातार संपर्क में है और हर संभव मदद मुहैया करा रहा है।

भारत में न्यूक्लियर टेस्ट हो या UN में दिया हिंदी वाला भाषण… जानें अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन कैसे दूसरे नेताओं के लिए भी...

अटल बिहारी वाजपेयी न केवल एक सशक्त राजनेता थे, बल्कि वे एक संवेदनशील कवि, एक दूरदर्शी विचारक और एक फक्कड़ व्यक्तित्व के धनी थे।
- विज्ञापन -