Monday, December 23, 2024
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अयोध्या का विकास मॉडल ऐसा होना चाहिए, जिससे युवाओं में हो आध्यात्मिकता का सृजन: पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक

''अयोध्या का विकास मॉडल ऐसा होना चाहिए, जिससे युवाओं में आध्यात्मिकता का सृजन हो। वे संस्कार के साथ अध्यात्म की शिक्षा भी ग्रहण कर सकें। अयोध्या को हमारी उत्कृष्ट परंपराओं, सर्वश्रेष्ठ विकास परिवर्तनों को प्रदर्शित करना चाहिए।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में विकास कार्यों को लेकर शनिवार (26 जून 2021) को समीक्षा बैठक की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा इस बैठक में वर्चुअली शामिल हुए। करीब 45 मिनट तक चली इस समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने अयोध्‍या का विजन डॉक्‍यूमेंट देखा।

प्रधानमंत्री ने अयोध्या के विकास मॉडल को तैयार करने वाले अधिकारियों को बधाई देते हुए इसे समय से पूरा करने के लिए कहा। अयोध्या को हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में उकेरा हुआ शहर बताते हुए पीएम ने कहा, ”अयोध्या का विकास मॉडल ऐसा होना चाहिए, जिससे युवाओं में आध्यात्मिकता का सृजन हो। वे संस्कार के साथ अध्यात्म की शिक्षा भी ग्रहण कर सकें। अयोध्या को हमारी उत्कृष्ट परंपराओं, सर्वश्रेष्ठ विकास परिवर्तनों को प्रदर्शित करना चाहिए।”

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अयोध्या के मानवीय लोकाचार भविष्य के बुनियादी ढाँचों से मिलते-जुलते होने चाहिए। प्रधानमंत्री ने अयोध्या की पहचान का जश्न मनाने, नवीन तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयासों की अपील की।

बैठक में पीएम मोदी ने कहा, ”जिस तरह भगवान राम में लोगों को एक साथ लाने की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास कार्यों को स्वस्थ जनभागीदारी की भावना से किया जाना चाहिए।” उन्होंने अयोध्या के विकास कार्य में प्रतिभाशाली युवाओं के कौशल का लाभ उठाने का भी आह्वान किया।

पीएम ने बैठक में कहा कि आने वाली पीढ़ियों को अपने जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या जाने की इच्छा महसूस करनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि निकट भविष्य में अयोध्या में विकास कार्य जारी रहेंगे।

वीडियो कॉन्फ्रें​सिंग के माध्यम से हुई इस समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के अलावा वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह, चीफ सेक्रेटरी के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि बैठक में अयोध्या के विकास से जुड़ी परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर उत्तर प्रदेश के अधिकारियों की ओर से एक प्रस्तुती दी गई। बयान में कहा गया कि अयोध्या के विकास की कल्पना में एक अध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और टिकाऊ स्मार्ट सिटी विकसित करना है।

बता दें कि बैठक में प्रधानमंत्री को अयोध्या के संपर्क को बेहतर करने से संबंधित ढाँचागत विकास से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं से अवगत कराया गया। इस दौरान हवाई अड्डे के विकास से जुड़ी परियोजनाओं, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, सड़कों और राजमार्गों के विकास से संबंधित योजनाओं पर चर्चा की गई। साथ ही एक हरित उपनगर बसाने को लेकर भी चर्चा की गई, ताकि यहाँ दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आश्रम, होटल और विभिन्न राज्यों के भवनों की सुविधा उपलब्ध हो। एक आधुनिक पर्यटन सुविधा केंद्र और वैश्विक स्तर का एक संग्रहालय बनाए जाने को लेकर बैठक में चर्चा हुई।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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