Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजBSP का पूर्व सांसद दाऊद अहमद, लखनऊ में ₹100 करोड़ की 5 मंजिला इमारत:...

BSP का पूर्व सांसद दाऊद अहमद, लखनऊ में ₹100 करोड़ की 5 मंजिला इमारत: 5 घंटे में ढाह दी गई

दाऊद ने इस बिल्डिंग का अवैध तरीके से निर्माण करवाया था। बार-बार नोटिस के बावजूद उन्होंने अवैध निर्माण नहीं गिरवाया। अब लखनऊ प्रशासन ने नगर निगम, ASI और पुलिस विभाग के साथ मिलकर बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया है।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व सांसद दाऊद अहमद पर लखनऊ जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने रविवार (4 जुलाई 2021) की सुबह यहाँ की रिवर बैंक कॉलोनी में दाऊद अहमद की 5 मंजिला अवैध इमारत को जमींदोज कर दिया। इस निर्माणाधीन इमारत लागत करीब 100 करोड़ बताई जा रही है। इसे गिराने में प्रशासन को 5 घंटे लगे। इस दौरान एक हादसा भी हुआ। बिल्डिंग का मलबा पोकलैंड मशीन पर गिर पड़ा, जिसके चलते ड्राइवर मलबे के बीच फँस गया। उसे तुरंत रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

प्रशासन के मुताबिक, दाऊद ने इस बिल्डिंग का अवैध तरीके से निर्माण करवाया था। निर्माण के लिए पुरातत्व विभाग से NOC नहीं ली गई थी, जबकि विभाग बार-बार नोटिस जारी कर रहा था। इसके बावजूद, दाऊद ने अवैध निर्माण को नहीं गिरवाया। अब लखनऊ प्रशासन ने नगर निगम, ASI और पुलिस विभाग के साथ मिलकर बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया है।

जानकारी के मुताबिक, इस बिल्डिंग का नक्शा भी एलडीए के अधिकारियों ने बिना एएसआई की अनुमति के ही स्वीकृत कर दिया था। हालाँकि, बाद में विरोध के बाद इसको निरस्त कर दिया। अब एएसआई के आदेश पर जिला प्रशासन और पुलिस के लोग संयुक्त अभियान चलाकर इमारत को ध्वस्त कर रहे हैं। ये बिल्डिंग रेजीडेंसी के नजदीक है और इस सीमा के भीतर ऊँचे निर्माण प्रतिबंधित है।

लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की ओर से इस अवैध बिल्डिंग को गिराने की कोशिश पूर्व में की गई थी, लेकिन रसूख और कागजों में फँसा कर इसको रोक दिया गया था। तब नक्शा पास होने और अन्य कई कारण बताते हुए कार्रवाई रोकी गई थी। इस बिल्डिंग को लेकर बाद में एएसआई के संयुक्त निदेशक ने पूर्व सांसद दाऊद को नोटिस जारी किया था। इसमें कहा गया था कि सात दिन में ये निर्माण खुद हटा लें। हटाए न जाने की दशा में प्रशासन की जेसीबी मशीनों ने इमारत को ध्वस्त करना शुरू कर देगा।

रविवार सुबह सात बजे से ही बिल्डिंग को गिराने के लिए कार्रवाई की गई। विरोध की आशंका को लेकर पुलिस फोर्स को भी बुला लिया गया था। हालाँकि, कोई विरोध के लिए सामने नहीं आया। पुरातत्व विभाग के संयुक्त महानिदेशक ने 3 जुलाई 2021 को इसे ध्वस्त करने का आदेश पारित किया था। जिसके बाद रविवार को कार्रवाई की गई। बिल्डिंग पाँच मंजिला बनाई गई थी। इसमें केवल फिनिशिंग काम बचा था।

बाहर का पिलर्स तोड़ते वक्त गिरा मलबा

अपार्टमेंट के भीतरी हिस्से में बने पिलर्स मजदूरों की मदद से तोड़े गए। इसके बाद बाहरी पिलर पोकलैंड मशीन की मदद से तोड़ा जाना था। यह पिलर टूटते ही पूरी इमारत अपने आप गिर जाती। हालाँकि इस दौरान इंजीनियर इस बात का अंदाजा नहीं लगा सके कि पिलर टूटने के बाद इमारत सीधे मशीन की तरफ ही गिरेगी। यहाँ तक कि ड्राइवर भी पिलर तोड़ने के बाद उतनी तेजी से पीछे नहीं हट पाया। इस बीच इमारत भरभराकर सीधे मशीन की तरफ ही गिरी और पोकलैंड मलबे में दब गई। हालाँकि पोकलैंड के भीतर ड्राइवर के चारों तरफ लोहे का केबिन था जिसके चलते उसे गंभीर चोटें नहीं आई हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

केरल के सरकारी स्कूल में मन रहा था क्रिसमस, हिंदू कार्यकर्ताओं ने पूछा- जन्माष्टमी क्यों नहीं मनाते: टीचरों ने लगाया अभद्रता का आरोप, पुलिस...

केरल के एक सरकारी स्कूल में क्रिसमस मनाए जाने पर कुछ हिन्दू कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए। इसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

जिन 3 खालिस्तानी आतंकियों ने गुरदासपुर पुलिस चौकी पर फेंके थे ग्रेनेड, उनका UP के पीलीभीत में एनकाउंटर: 2 एके-47 के साथ ग्रोक पिस्टल...

इस ऑपरेशन को यूपी और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। मारे गए आतंकियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है।
- विज्ञापन -