Saturday, December 21, 2024
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करीबी भी छोड़ रहे कॉन्ग्रेस का साथ, हम भी ‘जी हुजूर-23’ नहीं: पंजाब क्राइसिस के बीच अध्यक्ष विहीन पार्टी को सिब्बल ने दिखाया आइना

कपिल सिब्बल उन 23 नेताओं में से हैं जिन्होंने पिछले वर्ष सोनिया गाँधी को पत्र लिखा था और कॉन्ग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कराने की माँग की थी। अब वर्तमान हालातों पर उन्होंने कहा है कि जी-23 हैं जी हुजूर-23 नहीं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री व कॉन्ग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार (सितंबर 29, 2021) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एक बार फिर पार्टी अध्यक्ष को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने जल्द से जल्द CWC बैठक बुलाने की माँग करते हुए कहा कि ये दुर्भाग्य है कि कॉन्ग्रेस के पास कोई अध्यक्ष नहीं है।

कॉन्ग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाने की माँग करते हुए सिब्बल ने पार्टी हाईकमान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मैं आपसे उन कॉन्ग्रेसियों की ओर से बोल रहा हूँ जिन्होंने पिछले साल अगस्त में कॉन्ग्रेस वर्किंग कमेटी और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी को पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए पत्र लिखा था और हम अभी तक इसका इंतजार कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “इंतजार की भी एक हद होती है। हम कब तक इंजतार करेंगे। हम सिर्फ एक मजबूत संगठनात्मक ढाँचा चाहते हैं। कुछ बात होना चाहिए। CWC में किसी भी मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। पंजाब के हालातों पर चर्चा होनी चाहिए। हम किसी के खिलाफ नहीं है। हम पार्टी के साथ हैं, लेकिन फैक्ट ये है कि हमारी पार्टी का कोई चुना हुआ अध्यक्ष नहीं है।”

सिब्बल ने कॉन्ग्रेस के अध्यक्षविहीन होने पर भारी मन से दुख प्रकट किया और कहा कि प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी को दिल्ली से कंट्रोल नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “‘मैं बहुत भारी मन से यहाँ आया हूँ। मैं उस पार्टी का हिस्सा हूँ जिसका गौरवशाली इतिहास रहा है। फिलहाल जो स्थिति है, उसे नहीं देख सकते। हम चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और आज पार्टी जिस स्थिति में है, उसे वहाँ नहीं होना चाहिए।”

कपिल सिब्बल ने कहा कि वो उन नेताओं में से नहीं है जो पार्टी छोड़ कर चले जाएँ लेकिन वह इस चीज को विडंबना बताते हैं कि कभी केंद्रीय नेतृत्व के करीब रहने वाले नेताओं ने अब पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने कहा, “कॉन्ग्रेस के लोग हमें छोड़कर चले गए हैं वो वापस आ जाए क्योंकि कॉन्ग्रेस ही ऐसी विचारधारा है जो इस देश की बुनियाद है जिसके आधार पर हमारी रिपब्लिक बनी थी। पार्टी ही उसको बरकरार कर सकती है।”

उन्होंने आगे कहा कि एक सीमावर्ती राज्य (पंजाब) जहाँ कॉन्ग्रेस पार्टी के साथ ऐसा हो रहा है, इसका क्या मतलब है? इससे ISI और पाकिस्तान को फायदा है। कॉन्ग्रेस को सुनिश्चित करना चाहिए कि वे एकजुट रहें। अगर किसी को दिक्कत है तो वो पार्टी के वरिष्ठ नेता से चर्चा करें।

उल्लेखनीय है कि कपिल सिब्बल उन 23 नेताओं में से हैं जिन्होंने पिछले वर्ष सोनिया गाँधी को पत्र लिखा था और कॉन्ग्रेस अध्यक्ष का चुनाव कराने की माँग की थी। पंजाब कॉन्ग्रेस के हालातों पर कपिल सिब्बल ने कहा, “कॉन्ग्रेस में अब कोई निर्वाचित अध्यक्ष नहीं है। हम नहीं जानते कि पार्टी के निर्णय कौन ले रहा है।” वह बोले, “हम जी-23 हैं, निश्चित रूप से जी हुज़ूर-23 नहीं हैं। पार्टी के सामने हम मुद्दों को उठाते रहेंगे।”

कपिल सिब्‍बल ने कहा, “हम शीर्ष नेतृत्‍व से बात करते रहेंगे। अपनी माँगों को दोहराना जारी रखेंगे।” सिब्बल ने कॉन्ग्रेस नेतृत्व से कहा, “कॉन्ग्रेस कार्य समिति की बैठक तत्काल बुलाई जाए ताकि इस पर चर्चा की जा सके कि पार्टी में क्या हो रहा है।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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