मध्य प्रदेश के जबलपुर में चोरी के शक में चार लोगों को तीन दिनों तक बेरहमी से पीटा गया। पहले पीड़ितों को बंधक बनाया गया, उसके बाद उन्हें करंट के झटके भी दिए गए। इस अमानवीय घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। आप इस वीडियो में देख सकते हैं कि पीड़ितों से चोरी कबूल करवाने के लिए उन्हे बंधक बनाकर कैसे मारा-पीटा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि इन पीड़ितों की गलती सिर्फ इतनी थी कि उन पर दुकान से सामान चुराने का शक था। इसके बाद पीड़ितों के परिजनों ने कुछ हिंदू संगठनों से संपर्क किया, जिसके बाद चारों को मुक्त कराया गया। फिलहाल, आरोपितों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
दरअसल, जबलपुर के गोरखपुर क्षेत्र स्थित मांडवा बस्ती निवासी सहाना बेगम की मोबाइल और अन्य सामग्री की दुकान है। इसी दुकान में बीते दिनों चोरी हुई थी। चोरी के शक में सहाना बेगम ने अपने गुर्गों की मदद से मांडवा बस्ती निवासी दुर्गेश ठाकुर, नितिन ठाकुर, हर्षित गुप्ता और अंजू कुमरे को 29 अक्टूबर को घर से उठवा लिया था। इसके बाद टेंडर-2 मांडवा रामपुर स्थित अपने घर में बंधक बना लिया। तीन दिन तक सहाना के गुर्गे उन चारों की पिटाई करते रहे। चोरी का गुनाह कबूल कराने के लिए उन्होंने न केवल पीड़ितों को बेरहमी से पीटा, बल्कि करंट भी लगाया।
चारों पीड़ितों के परिजनों ने बताया कि चोरी के आरोप के बाद वे डर गए थे। यही कारण है कि वह पुलिस के पास न जाकर शिवसेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाडेश्वर महावर के पास पहुँचे थे और उन्हें बताया कि तीन दिन पहले सहाना बेगम उनके घर के सदस्यों को उठाकर ले गई है। इसके बाद ठाडेश्वर महावर सहाना के घर पहुँचे और बंधक बनाए गए चारों लोगों को मुक्त कराया।
बता दें कि वायरल वीडियो सामने आने के बाद सहाना बेगम और उसके गुर्गे सागर, तौफिक, सनी, मुन्ना, राहुल काला, अविनाश आदि के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।