मध्य प्रदेश के जबलपुर से ग्रूमिंग जिहाद की शिकार रेप पीड़ित 20 साल की हिंदू युवती ने जबलपुर जिला अदालत में नींद की गोलियाँ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। पीड़िता का आरोप है कि पहले से ही शादीशुदा नसीम अहमद ने उसे अंतिक ठाकुर बनकर उसे प्रेमजाल में फँसाया और उसका रेप किया। अब आरोपित परिवारजन कोर्ट में अपना बयान बदलने को लेकर उसे धमकियाँ दे रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपित नसीम अहमद ने अपना नाम अंकित ठाकुर बताकर पीड़िता को जाल में फँसाया था। झूठे प्रेम के जाल में फँसाने के बाद आरोपित ने उसके साथ रेप किया। इसके अलावा, उसका जबरन धर्मान्तरण करवाने के लिए उसने पीड़िता से जबरन कलमा भी पढ़वाया। पीड़िता ने आरोपित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और वह जेल में बंद है।
पीड़िता द्वारा आत्महत्या करने की घटना शुक्रवार 19 नवंबर की है। उस दिन पीड़िता द्वारा आरोपित के खिलाफ की गई शिकायत के मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी थी। इसलिए पीड़िता को आरोपित नसीम के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 164 के तहत अदालत में अपना बयान दर्ज कराना था। लेकिन, सुनवाई से पहले ही आरोपित के परिजनों की धमकियों से हताश पीड़िता ने नींद गोली खाकर सुसाइड करने की कोशिश की। बेहोशी की हालत में उसके दोस्त समेत दूसरे लोग उसे विक्टोरिया अस्पताल ले गए, जहाँ उसकी हालत स्थिर बनी हुई है।
बाद में इस मामले की जाँच कर रही महिला पुलिस अधिकारी भावना तिवारी ने अस्पताल जाकर ही पीड़िता का बयान दर्ज किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनवाई के एक दिन पहले (18 नवंबर) को नसीम के परिवार वाले पीड़िता के घर आ धमके। उन्होंने नसीम को जमानत दिलाने के लिए पीड़िता को अपना बयान बदलने के लिए धमकाया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वो आरोपित के परिजनों की धमकियों से परेशान हो गई थी।
उल्लेखनीय है कि पीड़िता जबलपुर के अधारताल थाना क्षेत्र के अधारताल हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहती है। एक दोस्त की बर्थडे पार्टी में उसकी मुलाकात आरोपित नसीम अहमद से हुए थी। उस दौरान उसने अपना असली नाम छुपाकर खुद का परिचय अंकित ठाकुर के रूप में दिया था। उसने पीड़िता से अपने विवाह को लेकर भी झूठ बोला और शादी का झाँसा देकर उसे अपने जाल में फँसा लिया। उसके बाद आरोपित ने पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाया और इसका वीडियो भी बना लिया।
पीड़िता को कुछ दिनों के बाद अपने दोस्तों से पता चला कि जिसे वह अंकित समझ रही है, दरअसल वह नसीम अहमद है। इसके बाद उसे अहसास हुआ कि वह लव जिहाद का शिकार हो गई है। पीड़िता के मुताबिक, आरोपित ने जबरदस्ती उससे कलमा भी पढ़वाया था। बता दें कि कलमा इस्लाम में धर्मान्तरण करवाने के दौरान पढ़वाया जाता है।
बहरहाल खुद को इस हालत में फँसा देख पीड़िता ने हिंदू संगठनों से संपर्क कर उनसे मदद माँगी। इसके बाद करीब 25 दिन पहले उसने आरोपित नसीम के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत शिकायत दर्ज कराई।