दुनिया भर में सबसे पहले कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत करने वाले देशों में शामिल ब्रिटेन की महिलाओं में इसका साइड इफेक्ट सामने आया है। हाल ही में की गई एक रिसर्च में खुलासा किया गया है कि जिन महिलाओं ने कोरोनो वैक्सीन की डोज ली हैं, उनका मासिक चक्र (late menstrual cycle after covid vaccine) प्रभावित हुआ है।
ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गायनकोलॉजी जर्नल (Journal Obstetrics & Genecology) में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, हजारों महिलाओं का दावा है कि कोरोना वैक्सीन की डोज मिलने के बाद उनका मासिक धर्म लगभग एक दिन आगे बढ़ गया है। इतना ही नहीं, कई महिलाओं का यह भी कहना है कि वैक्सीनेशन से उन्हें अनियमित और दर्दनाक पीरियड्स (late and painful periods after covid vaccine) का सामना भी करना पड़ा है।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा मामले फाइजर (Pfizer – 55 फीसदी), मॉडर्ना (Moderna – 35 फीसदी) और जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson – सात फीसदी) वैक्सीन से जुड़े हुए हैं।
ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी (Oregon Health and Science University) के साथ मिलकर वैज्ञानिकों की एक टीम ने फर्टिलिटी ट्रैकिंग ऐप के माध्यम से लगभग 4000 महिलाओं के मासिक चक्र पर रिसर्च किया। इनमें कुछ वैक्सीन लगा चुकी और अभी तक एक भी डोज ना लेने वाली महिलाओं को शामिल किया गया था। रिसर्च में खुलासा किया गया, “पहली डोज के बाद महिलाओं के मासिक चक्र औसतन 0.64 दिन (लगभग 15.36 घंटे) और दूसरी डोज के बाद 0.79 दिन (लगभग 18.96 घंटे) बढ़ गए हैं।”
मालूम हो कि रिसर्च में महिलाओं को जिन तीन विदेशी वैक्सीनों से साइड इफ्केट हुआ है, कभी कॉन्ग्रेस, लेफ्ट और मीडिया ने भारत में इसे मंजूरी दिलाने के लिए हल्ला मचाया था। वामपंथियों की पूरी लॉबी ने विदेशी वैक्सीन को बिकवाने के लिए भारत बायोटेक की बेहतर वैक्सीन को लेकर भ्रम फैलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी।
कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी विदेशी फार्मा कंपनियों द्वारा तैयार की गई कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दिलाने के लिए पिछले साल केंद्र सरकार पर जमकर हमला करते नजर आए थे। उन्होंने मोदी सरकार से कहा था कि विदेश में निर्मित फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन के टीकों को भारत में उपयोग करने की अनुमति दी जाए। इसमें वामपंथी मीडिया ग्रुप्स ने भी राहुल गाँधी का भरपूर साथ दिया था। इसके बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन पर विदेशी कंपनियों के लिए लॉबिंग करने का आरोप लगाया था।
राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा था, “बतौर पार्ट टाइम राजनीतिज्ञ फेल होने के बाद अब राहुल गाँधी फुल टाइम लॉबिंग करने लगे हैं। महामारी से लड़ना कोई ट्रिक गेम नहीं है और इसके लिए वैक्सिनेशन के अलावा टेस्टिंग, ट्रेसिंग और उपचार की आवश्यकता होती है, लेकिन राहुल गाँधी की समस्या ये है कि वे यह सब कुछ नहीं जानते।”
बता दें कि अध्ययन में तीन विदेशी फाइजर, मॉडर्न और जॉनसन एंड जॉनसन कोरोना वैक्सीन ने महिलाओं के मासिक धर्म को सबसे अधिक प्रभावित किया है। इसका साइड इफेक्ट पहले दिन से शुरू होता है और आखिरी दिन तक रहता है।
यह अध्ययन साल भर चलने वाले शोध का एक छोटा सा हिस्सा बताया जा रहा है। यह तब सामने आया, जब अमेरिका और ब्रिटेन में हजारों महिलाओं ने डोज के बाद अपने अनियमित मासिक चक्र के बारे बताया। वहीं, 2 सितंबर 2021 को, 35000 ब्रिटिश महिलाओं ने भी इसका खुलासा किया था कोरोना वैक्सीन की पहली डोज मिलने के बाद उनके पीरियड्स बाधित हुए हैं। जबकि भारतीय वैक्सीन से अभी तक किसी को भी कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है।