चॉकलेट के रैपर पर हिन्दू देवी देवताओं की तस्वीर छापने से उठे विवाद के बाद मल्टीनेशनल कंपनी नेस्ले (Nestle) ने माफ़ी माँगी है। साथ ही कम्पनी ने ऐसे सभी उत्पादों को वापस लेने का भी ऐलान किया है। नेस्ले ने यह क्षमा याचना सोमवार (17 जनवरी, 2022) को अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया है। बता दें कि हिन्दू आस्था पर प्रहार बताते हुए Twitter पर नेस्ले का विरोध हो रहा था।
The visual was inspired by the government tourism website. We wanted to encourage people to know about the art & its artisans. Our past campaigns have also shown that consumers like to collect & keep such beautiful designs. (2/3)
— We Care At Nestlé (@NestleIndiaCare) January 14, 2022
इस मसले पर विरोध करने वालों ने लिखा कि चॉकलेट खाने के बाद उसके रैपर को डस्टबिन में फेंक दिया जाता है। रैपर में भगवान् जगन्नाथ के साथ भगवान बलभद्र और माँ सुभद्रा की भी तस्वीर है। ऐसे में ये हिन्दुओं की आस्था का अपमान है। इसके जवाब में नेस्ले ने कहा, “ट्रैवल ब्रेक पैक का मकसद लोकल डेस्टिनेशंस की खूबसूरती को सेलिब्रेट करना है। इसी के मद्देनजर गत वर्ष ओडिशा की परम्परा को सेलिब्रेट करने का फैसला हुआ था। इसीलिए यूनिक आर्ट Pattachitra को दिखाने वाली डिजाइन प्रयोग में लाई गई थी।”
नेस्ले ने आगे कहा, “रैपर पर जो तस्वीर लगी हुई है वो सरकार की टूरिज्म वेबसाइट से प्रेरित है। हम कला और कलाकारों के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रोत्साहित करना चाहते थे। पहले उपभोक्ता ऐसी सुंदर डिजाइनों को अपने पास सहेज कर रखते थे। फिर भी हम इस मामले की संवेदनशीलता समझते हैं। अगर किसी की भावना को हमारी अनजाने में हुई इस गलती से आघात पहुँचा हो तो हम क्षमा चाहते हैं।”