द कश्मीर फाइल्स जैसी एक फिल्म मुसलमानों की हत्याओं पर भी बनाने की माँग के बाद मध्य प्रदेश कैडर के विवादित IAS अधिकारी नियाज़ खान एक बार फिर से चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम कोई कीड़ा मकोड़ा नहीं है। नियाज़ खान फिलहाल मध्य प्रदेश के PWD विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी हैं। यह बातें उन्होंने 18 मार्च, 2022 (शुक्रवार) को होली के दिन ट्वीट करके कही है।
उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, “द कश्मीर फाइल्स’ ब्राह्मणों का दर्द दिखाती है। उन्हें पूरे सम्मान के साथ कश्मीर में सुरक्षित रहने की अनुमति दी जानी चाहिए। निर्माता को कई राज्यों में बड़ी संख्या में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए एक फिल्म बनानी चाहिए। मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं।”
Kashmir File shows the pain of Brahmins. They should be allowed to live safely in Kashmir with all honour. The producer must also make a movie to show the killings of Large number of Muslims across several states. Muslims are not insects but human beings and citizens of country
— Niyaz Khan (@saifasa) March 18, 2022
विवादों से रहा है नियाज़ खान का पुराना नाता
नियाज़ खान पिछले कुछ समय से अपने विवादित ट्वीट के लिए चर्चा में रहे हैं। वो अपने हैंडल से सरकार और सिस्टम की लगातार आलोचना करते रहे हैं। खुद उनके मुताबिक 17 साल की नौकरी में उनके 10 जिलों में 19 बार ट्रांसफर हुआ है। वो इसके पीछे अपने सरनेम खान को वजह बताते हैं। जनवरी 2019 में उन्हें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की मीटिंग में प्रमुख सचिव विवेक अग्रवाल द्वारा बाहर कर दिया गया था।
यही नहीं नियाज़ खान अब तक 7 नॉवेल लिखने का दावा करते हैं। उनका एक नॉवेल अंडरवर्ड डॉन अबू सलेम और मोनिका बेदी की लव स्टोरी पर भी है। तीन तलाक पर लिखे गए उनके नॉवेल से उनके ही समाज में उनको विरोध झेलना पड़ा था। अब नियाज़ अगला नॉवेल खुद पर लिखने की घोषणा कर चुके हैं। अपने द्वारा लिखी गई किताबों को नियाज़ ने अपने ट्विटर प्रोफ़ाइल की कवर फोटो बना रखा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म डायरेक्टर प्रकाश झा भी नियाज़ खान के आरोपों की चपेट में आ चुके हैं। नियाज़ ने उन पर अपने नॉवेल अनटोल्ड सीक्रेट्स ऑफ माय आश्रम का कुछ हिस्सा वेबसीरीज आश्रम में लेने का आरोप लगाया था। इसको कॉपीराईट का उल्लंघन बताते हुए नियाज़ ने प्रकाश झा पर केस भी किया था।
पिछले कुछ समय से चर्चा में रहने वाले कर्नाटक बुर्का विवाद में भी नियाज़ खान अपनी मौजूदगी दिखा चुके हैं। नियाज़ ने हिजाब को जीवन की सुरक्षा और प्रदूषण से बचाने के लिए जरूरी बताया था। उन्होंने हिजाब को और अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने की अपील करते हुए उसे कोरोना से बचने में सहायक बताया था।
किसान आंदोलन में विवादित ट्वीट करने वाली ग्रेटा थनबर्ग को IAS नियाज़ खान अपना आदर्श मानते हैं। वो इस बात की घोषणा अपने एक ट्वीट में कर चुके हैं। इसी के साथ ट्विटर पर उनके द्वारा फॉलो किए गए 9 हैंडलों में एक हैंडल ग्रेटा का भी है।
IAS नियाज़ खान अमेरिका और यूरोप को इस्लाम का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हैं। उनके मुताबिक ये देश मुस्लिम मुल्कों को हमेशा आपस में लड़ाने की चाहत रखते हैं।
भाजपा विधायक ने नियाज़ को नौकरी छोड़ कर मैदान में आने की चुनौती दी
नियाज़ खान की लगातार बयानबाजी पर मध्य प्रदेश के भोपाल से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने जवाब दिया है। विधायक के मुताबिक, “नियाज़ खान बताएँ कि देश में मुसलमानों को कहाँ-कहाँ मारा जा रहा है। सरकार से माँग है कि वो नियाज़ से स्प्ष्टीकरण ले। अगर नियाज़ को किसी खास वर्ग का रहनुमा बनना ही है तो वो IAS की नौकरी छोड़ कर राजनीति के मैदान में आ जाएँ।”
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— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) March 20, 2022