पाकिस्तान में सियासी उथल पुथल के बीच वजीर-ए-आज़म इमरान खान (Imran Khan) को बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार में सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (MQM-P) ने इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का फैसला किया है। पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, MQM-P ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव में इमरान खान की सरकार को गिराने के लिए विपक्ष में जाने का ऐलान किया है।
Muttahida Qaumi Movement-Pakistan (MQM-P), a key ally of PTI in Centre, quits Prime Minister Imran Khan’s federal cabinet after an agreement signed with joint opposition regarding the no-trust motion: Pakistan media
— ANI (@ANI) March 30, 2022
पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने बुधवार (30 मार्च 2022) तड़के ट्वीट किया कि एकजुट विपक्ष और एमक्यूएम के बीच समझौता हो गया है। बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्विटर पर लिखा, “राब्ता समिति MQM और PPP CEC उस समझौते की पुष्टि करेगी। इसके बाद हम कल IA को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के साथ विवरण साझा करेंगे। बधाई हो, पाकिस्तान।” एमक्यूएम के वरिष्ठ नेता फैसल सब्ज़वारी ने भी इस बात पुष्टि करते हुए कहा कि समझौते को अंतिम रूप दे दिया गया है और विवरण बुधवार शाम को दे दिया जाएगा।
The united opposition and MQM have reached an agreement. Rabta committee MQM & PPP CEC will ratify said agreement. We will then share details with the media in a press conference tomorrow IA. Congratulations Pakistan.
— BilawalBhuttoZardari (@BBhuttoZardari) March 29, 2022
अविश्वास प्रस्ताव पर वोट से पहले देर रात के घटनाक्रम के बाद इमरान खान के पास प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है, क्योंकि पीटीआई सरकार संसद के निचले सदन में बहुमत खो चुकी है। वहीं प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने की खबरों के बीच इमरान ने कहा कि वह पद नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कैबिनेट की मीटिंग में यह भी कहा, “मैं आज इस्तीफा नहीं दूँगा, आखिरी ऑवर और आखिरी बॉल तक खेलूँगा।” कयास लगाए जा रहे हैं कि इमरान खान अपनी साख बचाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव से पहले संसद के बाहर अपना इस्तीफा दे सकते हैं।
Prime Minister & Chairman PTI @ImranKhanPTI conveys directions which are to be followed strictly with regards to the resolution of No Confidence Against The Prime Minister of Pakistan. pic.twitter.com/TAradr9Tb7
— PTI (@PTIofficial) March 29, 2022
मंगलवार (29 मार्च 2022) को पाकिस्तान मुस्लिम लीग के प्रमुख और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ने नेशनल असेंबली में इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान असेंबली में कुल 342 सदस्य हैं, जिसमें बहुमत के लिए 172 सदस्य होने जरूरी हैं। MQM-P के इमरान खान का साथ छोड़ने के बाद अब विपक्ष के पास 177 सदस्यों का समर्थन हो जाएगा। यानी इमरान खान के पास केवल 164 सदस्य ही रह जाएँगे। ऐसे में विपक्ष को इमरान खान की सरकार गिराने के लिए सिर्फ 172 सदस्यों की जरूरत है।
बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान के नेता प्रतिपक्ष और प्रधानमंत्री पद के दावेदार शाहबाज शरीफ ने दावा किया था कि इमरान खान की कुर्सी बचाने के लिए उन के घर बनिगाला में कई टन मुर्गों को जलाया जा रहा है। पाकिस्तान में ऐसी अफवाह भी है कि इमरान खान की तीसरी बीवी बुशरा बीबी के पास रहस्यमयी शक्तियाँ हैं। पीएमएलएन नेता शाहबाज शरीफ ने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा था कि लोग खाने के लिए मर रहे हैं, बच्चे दूध के लिए तरस रहे हैं, लेकिन बनिगला में जादू टोने के लिए मुर्गों को जलाया जा रहा है। उन्होंने कहा था, “मैं यह पूरे दावे के साथ कह रहा हूँ।”