उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पुलिस ने गोकशी में लिप्त एक गैंग के 14 सदस्यों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इनमें गैंग का सरगना महबूब आलम और एक महिला भी है। उसने घर में हथियार बनाने की फैक्ट्री भी खोल रखी थी। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई कर पुलिस ने यह सफलता हासिल की है।
आजमगढ़ के एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि इस गैंग को धरने वाली पुलिस टीम को 25,000 रुपए के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि मुखबिर से आजमगढ़ के कोतवाली क्षेत्र में गोकशी का काम किए जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद एसपी सिटी कमलेश बहादुर और शहर कोतवाल सहित एसओजी टीम को इसकी जांच दी गई। पुलिस की टीम ने जब बुधवार को गांव के कसाईबाड़ा में छापेमारी की तो वह मौजूद लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया।
आज दिनांक 10/07/2019 को #spazh @triveni100100 के कुशल निर्देशन में @azamgarhpolice टीम द्वारा गौकशी करते व असलहा बनाते, एक महिला समेत 14 गिरफ्तार, भारी मात्रा में अवैध अर्धनिर्मित/निर्मित असलहा बरामद किया गया।@adgzonevaranasi @digazamgarh @dgpup @Uppolice @News18UP pic.twitter.com/UfDMl6vm3F
— AZAMGARH POLICE (@azamgarhpolice) July 11, 2019
रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए गो-तस्करी के मुख्य अभियुक्त महबूब आलम सहित गैंग के एक दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया। मौके से कुछ बछड़े बरामद किए गए। घर में चल रहे अवैध हथियार फैक्ट्री से कट्टा, रिवॉल्वर, पिस्टल, चापड़ सहित कार्बाइन और राकेट लॉन्चर बनाने के सामान भी बरामद हुए।
गिरफ्तार लोगों में मुख्य अभियुक्त महबूब आलम सहित अब्दुल, टीपू सुल्तान, मोहम्मद सुहैल, सफीक, आरिफ, जमील अहमद ,फ़ैज़ अहमद ,मोहम्मद तारिक, मोहम्मद जैस, रिजवान अहमद और जवाद अहमद शामिल हैं। एसपी ने बताया कि इनलोगों से पूछताछ के बाद और भी बड़ा खुलासा हो सकता है।