केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार में सड़क परिवहन एवं उच्च राजपथ मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने एक नया कीर्तिमान बनाया है। NHAI ने मंगलवार (7 जून 2022) को पाँच दिन से भी कम समय में NH-53 राजमार्ग पर एक लेन की 75 किलोमीटर सड़क बिटुमिनस कंक्रीट से बनाया है। जिसके लिए इसका नाम ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में दर्ज किया गया है।
केंद्रीय मंत्री ने इसको लेकर एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में सड़कों के निर्माण के दौरान की गतिविधियों और उसके बाद कर्मचारियों की खुशियों एवं गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की उपलब्धियों को दर्शाया गया है।
Another world record in Road construction!
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) June 8, 2022
Record work on NH-53 between Amravati to Akola stretch, Maharashtra.#PragatiKaHighway #8YearsOfInfraGati #GatiShakti @narendramodi @PMOIndia @GWR pic.twitter.com/ii16Xr6YWX
इसके साथ ही उन्होंने एक ट्वीट भी किया है, जिसमें सड़कों की तस्वीरें और सर्टिफिकेट की कॉपी है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “भारत को समृद्धि से जोड़ना! प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में #AzadiKaAmrutMahotsav के साथ अपने देश की समृद्ध विरासत का जश्न मनाते हुए।”
#ConnectingIndia with Prosperity!
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) June 7, 2022
Celebrating the rich legacy of our nation with #AzadiKaAmrutMahotsav, under the leadership of Prime Minister Shri @narendramodi Ji @NHAI_Official successfully completed a Guinness World Record (@GWR)… pic.twitter.com/DFGGzfp7Pk
NH-53 राजमार्ग कोलकाता, रायपुर, नागपुर, अकोला, धुले और सुरत को आपस में जोड़ता है। इस राजपथ के अमरावती और अकोला सेक्शन के बीच इंजीनियरों ने पाँच दिन से भी कम समय में एक लेन का 75 किलोमीटर लंबा बिटुमिन कंक्रीट का सड़क बिछाकर यह कीर्तिमान स्थापित किया है।
इस रोड सेक्शन का निर्माण निजी ठेकेदार ‘राजपूत इंफ्राकॉन’ द्वारा किया गया है। इस खंड के निर्माण कार्य में लगभग 800 कर्मचारी और 700 मजदूर लगे हुए थे। अमरावती-अकोला राजमार्ग सेक्शन का निर्माण शनिवार (4 जून 2022) को सुबह छह बजे शुरू हुआ और मंगलवार (7 जून 2022) को पूरा हो गया।
NH-53 राजमार्ग भारत के खनिज संपदा से समृद्ध कई क्षेत्रों से होकर गुजरता है। बता दें कि ‘राजपूत इंफ्राकॉन’ ने पहली बार रिकॉर्ड नहीं बनाया है। इससे पहले इस निजी कंपनी ने 24 घंटे में सांगली और सतारा के बीच सड़क बनाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
बता दें कि इससे पहले यह रिकॉर्ड कतर के नाम था। कतर के लोक निर्माण प्राधिकरण ASHGHAL (कतर) ने पहले 27 फरवरी 2019 को ने 10 दिनों में यह रिकॉर्ड बनाया था। कतर के अल-खोर एक्सप्रेसवे पर इतने ही लंबे कार्य को 10 दिनों में पूरा किया गया था।