Sunday, November 17, 2024
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नोएडा में फ्री शिक्षा के नाम पर गरीब बच्चों का ‘धर्मांतरण’ : केरल के पादरी पर केस दर्ज, कोठी में खोल रखी थी NGO

नोएडा के सेक्टर 12 में लिटिल फ्लॉक नाम की एक एनजीओ चलाई जा रही है। इसके संचालक केरल के रहने वाले पादरी फिलिप अब्राहम हैं, जो कि अपनी कोठी के बेसमेंट में इसका संचालन करते हैं। पादरी के खिलाफ लिखित शिकायत वीएचपी के नेता उमानंदन कौशिक ने की है। बच्चों ने बताया है कि उन्हें ईसा-मसीह की प्रार्थना सिखाई जाती है।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा के सेक्टर-12 के बी ब्लॉक से धर्मान्तरण (Religious Conversion) की घटना प्रकाश में आई है। विश्व हिन्दू परिषद (VHP) का आरोप है कि बी ब्लॉक में स्थित एक कोठी में गरीब झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों को फ्री में एजुकेशन के बदले उनका ईसाई धर्मान्तरण कराया जा रहा है। हिन्दू संगठनों के हंगामे के बीच पुलिस अधिकारियों की टीम भी वहाँ पर पहुँच गई। कथिततौर पर यहाँ 50 बच्चों का धर्मांतरण करवाया जा रहा था।

रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना को लेकर वीएचपी की ओर से नोएडा सेक्टर 24 थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। इस घटना को लेकर नोएडा के एडिशनल पुलिस कमिश्नर रणविजय सिंह ने जाँच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। बताया जाता है कि सेक्टर 12 में लिटिल फ्लॉक नाम का एक एनजीओ चलाया जा रहा है। इसके संचालक केरल के रहने वाले पादरी फिलिप अब्राहम हैं, जो कि अपनी कोठी के बेसमेंट में इसका संचालन करते हैं। पादरी के खिलाफ लिखित शिकायत वीएचपी के नेता उमानंदन कौशिक ने की है। पुलिस आसपास के लोगों से बात करके तथ्यों की जाँच कर रही है। बच्चों के अभिभावकों से भी जानकारी ली जा रही है।

दावा है कि बीते 29 सालों से नोएडा में रह रहे फिलिप अपना एनजीओ चला रहे हैं। वो अपनी कोठी के बेसमेंट में मुफ्त शिक्षा के साथ, फ्री में सिलाई की ट्रेनिंग और मेडिकल एजुकेशन भी देने का दावा करते हैं। इतना ही पादरी नोएडा के अलावा भंगेल और दिल्ली के दल्लूपुरा में भी ऐसा ही काम कर रहे हैं।

घटना को लेकर उमानंदन कौशिक ने कहा, “जब किसी के धर्म पर कुठाराघात होता है तो तकलीफ होती है। हिन्दू समुदाय के 5-12 साल के बच्चों को बहला-फुसलाकर, उन्हें लालच देकर उनका धर्मान्तरण कराने का काम किया जा रहा है। फिलिप अब्राहम के घर में रामायण तो नहीं पढ़ाई जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ से माँग है कि इस मामले में तुरंत संज्ञान लें। जब हमने यहाँ लाए गए छोटे बच्चों से इसके बारे में पूछा तो वो बोले कि हम यहाँ ईसा मसीह की प्रार्थना सीखने के लिए आए हैं।”

बहरहाल मामले में पुलिस का कहना है कि केस दर्ज कर लिया गया है औऱ इसकी छानबीन की जा रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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