कर्नाटक (Karantaka) दौरे के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-2022 के अवसर पर मैसुरु पैलेस में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होकर करीब 15,000 लोगों के साथ योगाभ्यास किया।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा, “मैसुरु जैसे भारत के आध्यात्मिक केन्द्रों ने जिस योग ऊर्जा को सदियों से पोषित किया, आज वह योग ऊर्जा विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रही है। योग वैश्विक सहयोग का आधार और मानव को निरोग जीवन का विश्वास दे रहा है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि योग की यह अनादि यात्रा अनंत भविष्य की दिशा में ऐसे ही चलती रहेगी। उन्होंने कहा, “हम ‘सर्वे भवंतु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया’ के भाव के साथ एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण विश्व को योग के माध्यम से भी गति देंगे।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “योग हमारे जीवन में शांति लाता है। योग से शांति केवल व्यक्तियों के लिए नहीं है, यह हमारे समाज में शांति लाता है। योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है। योग ब्रह्मांड में शांति लाता है। यह पूरा ब्रह्मांड हमारे अपने शरीर और आत्मा से शुरू होता है। ब्रह्मांड हम से शुरू होता है और योग हमें अपने भीतर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है।”
पीएम मोदी ने कहा, “हम कितने तनावपूर्ण माहौल में क्यों न हों, कुछ मिनट का ध्यान हमें relax कर देता है। हमारी productivity को बढ़ा देता है। इसलिए हमें योग को एक अतिरिक्त काम के तौर पर नहीं लेना है, बल्कि योग को जानना है, योग को जीना भी है। हमें योग को पाना भी है, हमें योग को अपनाना भी है।”
उन्होंने आगे कहा, “अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी हमने इस बार ‘Guardian Ring of Yoga’ का ऐसा ही अभिनव प्रयोग विश्व भर में हो रहा है। दुनिया के अलग-अलग देशों में सूर्योदय के साथ और सूर्य की गति के साथ लोग योग कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम #YogaForHumanity है। उन्होंने कहा, “मैं इस थीम के जरिए योग के इस संदेश को पूरी मानवता तक पहुँचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र का और सभी देशों का हृदय से धन्यवाद करता हूँ।”
बता दें कि पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस साल 2015 में 21 जून को मनाया गया था। इस दिन 35,000 से अधिक लोगों ने दिल्ली के राजपथ पर योगासन किया था। इस योगाभ्यास में 84 देशों के प्रतिनिधि शामिल थे। यह इवेंट गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में साल में एक दिन योग के नाम करने का प्रस्ताव रखा था। उनके इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया था और हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।