प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार (4 अगस्त, 2022) को शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा को पात्रा चॉल घोटाले में समन भेजा है। ED वर्षा राउत से उनके अकाउंट में आए धन के बारे में पूछताछ करेगा। अदालत द्वारा मामले में राउत की आठ अगस्त तक के लिए ईडी की रिमांड बढ़ाए जाने के कुछ घंटे बाद यह समन आया है। पात्रा चॉल घोटाला 1034 करोड़ रुपए से ज्यादा का बताया जाता है।
ED summons Sanjay Raut's wife Varsha Raut in the Patra Chawl land case money laundering case. Summons issued after transactions done on Varsha Raut's account came to light: ED pic.twitter.com/8cUyE7Bcao
— ANI (@ANI) August 4, 2022
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ED ने वर्षा राउत के खाते में किए गए लेनदेन के सामने आने के बाद समन जारी किया गया है। अदालत में गुरुवार की सुनवाई के दौरान, ईडी ने कहा कि वर्षा राउत के खाते में असंबंधित व्यक्तियों से 1.08 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई थी। बता दें कि अप्रैल में ईडी ने इस जाँच के तहत वर्षा राउत और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया था।
दरअसल, केंद्रीय एजेंसी ED ने उपनगर गोरेगाँव में पात्रा ‘चॉल’ के पुनर्विकास में आर्थिक अनियमितताओं को लेकर संजय राउत को रविवार को गिरफ्तार किया था। इस मामले में राउत के अलावा उनकी पत्नी व कुछ कथित साथी भी शामिल बताए जा रहे हैं।
बता दें कि इस मामले में ईडी ने संजय राउत को पहले ही अरेस्ट कर लिया है। जिसके बाद संजय राउत से कई राउंड की पूछताछ के बाद ईडी ने उनको अरेस्ट किया था। वहीं उनकी पत्नी वर्षा राउत की पात्रा चाल जमीन घोटाले में मिलीभगत सामने आई है। वहीं ईडी ने गुरुवार को बताया कि केस में कुछ और तथ्य जाँच के लिए एजेंसी को मिले हैं जिसके आधार पर अभी पूछताछ की आवश्यकता है। ईडी ने कोर्ट में कहा कि संजय राउत के बैंक अकाउंट में पहले 1 करोड़ 6 लाख रुपए के ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली थी। इसके बाद दो और ट्रांजेक्शन (1.08 करोड़ रुपए और 1.15 करोड़ रुपए) का भी पता चला है।
ED ने कोर्ट को बताया कि संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के बैंक अकाउंट में बड़े ट्रांजेक्शन का पता चला है। इसके बारे में आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करनी है। इसके साथ ही ईडी ने कोर्ट को बताया कि पात्रा चॉल घोटाला से जुड़े कई और लोगों को पूछताछ के लिए समन भेजा गया है। उनके सामने संजय राउत को बिठाकर पूछताछ करनी है।
गौरतलब है कि भांडुप के एक स्कूल में शिक्षिका के नौकरी करने वाली वर्षा राउत की शादी संजय राउत के साथ साल 1993 में हुई थी। वर्षा राउत फिल्म निर्माण के कार्य से जुड़ी हुई हैं और उनकी हालिया फिल्म ‘ठाकरे’ थी। संजय और वर्षा राउत विदिता और पूर्वांशी नाम की दो बेटियों के माता-पिता हैं।
पात्रा चॉल जमीन घोटाला क्या है?
इस घोटाले की शुरुआत साल 2007 में हुई थी। तब, महाराष्ट्र हाउसिंग एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) की 47 एकड़ जमीन पर 672 किराएदार रहते थे। इन्हीं 672 किराएदारों के पुनर्वास के लिए पात्रा चॉल परियोजना के तहत चॉल के विकास का काम प्रवीण राउत की कंपनी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को सौंपा गया।
कॉन्ट्रैक्ट में कहा गया था कि 47 एकड़ पर जो बिल्डिंग बनेगी उसके 672 फ्लैट चॉल के किराएदारों को देने होंगे और तीन हजार फ्लैट एमएचडीए को हैंडओवर करने होंगे। बाद में जो जमीन बचेगी उसे बेचने और विकसित करने के लिए भी अनुमति जरूरी होगी। अब चॉल विकास के कॉन्ट्रैक्ट में सब चीजें तय थीं। लेकिन घोटाले की शुरुआत तब हुई जब कंपनी ने न तो इस जगह का विकास किया और न किराएदारों को मकान दिए और न ही MHADA को फ्लैट हैंडओवर किए।
प्राइवेट कंपनी पर आरोप है कि उन्होंने 47 एकड़ जमीन पर गरीबों के लिए फ्लैट बनाने की बजाए उसे 9 अलग-अलग बिल्डरों को बेचा और खासा पैसा कमाया। जब म्हाडा को इसकी सूचना हुई तो उन्होंने 2018 में जाकर उनके विरुद्ध एफआईआर करवाई और केस अपराध विंग के पास गया। इसके बाद 2020 में प्रवीण राउत की गिरफ्तारी हुई और यही से शुरु हुआ संजय राउत का इस केस से कनेक्शन।