उत्तर प्रदेश से पुलिस एक अपराधी को पकड़ने के लिए बिहार गई। वहाँ अपराधी के परिजनों ने पुलिस पर हमला किया। घर में बंद कर अपने पालतू कुत्ते से कटवाया। पत्थरबाजी की। मामला पटना से सटे फुलवारीशरीफ का है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आखिरकार पुलिस तीन लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही। इनमें वह संजय अग्रवाल उर्फ संजय गुप्ता भी शामिल है, जिसे गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस आई थी। हमले में घायल हुए दारोगा के बयान पर इनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार 5 जून 2022 को मगध एक्सप्रेस से मुकेश पांडेय का बैग चोरी हो गया था। इसमें लाखों का समान था। सीसीटीवी फुटेज में संजय अग्रवाल उनका बैग लेकर कानपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतरते नजर आया। संजय ट्रनों में लूटपाट, चोरी और अन्य घटनाओं को अंजाम देने वाले रंजन कुमार श्रीवास्तव गिरोह का सदस्य है।
संजय की तलाश में यूपी से दारोगा अब्बास हैदर के नेतृत्व में जीआरपीएफ की एक टीम बिहार आई। स्थानीय पुलिस के सहयोग से मंगलवार (17 अगस्त 2022) की रात उसने फुलवारीशरीफ के गोपालनगर में संजय के मौजूद होने की पुष्टि की। गोपालनगर में संजय ने अपराध की कमाई से आलीशान घर बना रखा है।
बुधवार की दोपहर जीआरपीएफ की टीम संजय को गिरफ्तार करने उसके घर पहुँची। पुलिस की देखते ही संजय के परिजनों ने हमला कर दिया। परिजनों ने संजय को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ा लिया। पुलिसकर्मियों को घर में बंदकर उनके साथ मारपीट की। जर्मन शेफर्ड ब्रीड के कुत्ते से कटवाया। पत्थरबाजी में दारोगा अब्बास का सर फट गया।
किसी तरह जीआरपीएफ की टीम ने जान बचाई और घटना के बारे में पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पुलिस ने संजय, उसकी पत्नी और बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। संजय को छत से भागने की कोशिश करते हुए दबोचा गया।
फुलवारीशरीफ के थाना प्रभारी इकरार अहमद ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि जीआरपी टीम पर हमला करने वालों में आठ-दस लोग शामिल थे। जीआरपी प्रभारी आरके द्विवेदी ने बताया कि संजय को उसकी पत्नी और बेटे का साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। ट्रेन में चोरी की मामले की जाँच के लिए संजय को कानपुर ले जाया जाएगा।