दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेताओं से जुड़े भ्रष्टाचार को लेकर नित नए खुलासे हो रहे हैं। ऐसे में योगेंद्र यादव ने भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा है। योगेंद्र यादव ने बताया कि पार्टी की आदत है वे अपने ही विधायकों को भाजपा के नाम पर फर्जी कॉल करवाकर ब्लैकमेल करती है।
योगेंद्र यादव ने अपना यह बयान आजतक द्वारा शेयर एक वीडियो पर दिया, जिसमें पूर्व AAP नेता परमजीत कात्याल बता रहे हैं कि कैसे 2013 में दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने उनसे कहा था कि वह पार्टी नेताओं को कॉल करें और उन्हें पैसों का लालच दें।
परमजीत सिंह कत्याल का एक वीडियो वायरल हो रहा है। BJP नेता बता कर अपनी ही पार्टी के नेताओं को ब्लैकमेल करने की कोशिश करते आये हैं इसकी क्या है सच्चाई? देखें आजतक संवाददाता मनजीत सहगल की ये रिपोर्ट।
— AajTak (@aajtak) August 23, 2022
पूरा वीडियो: https://t.co/bJKU23OhyQ#ReporterDiary #AAP | (@manjeet_sehgal) pic.twitter.com/mXlOYJ2s9d
परमजीत कात्याल को वीडियो में कहते सुना जा सकता है,
“साल 2011अन्ना आंदोलन से लेकर 2015 तक, लगभग हर दिन मैं अरविंद के साथ रहा। 24 घंटों में 18 घंटे उनके साथ रहा। मेरी जो वीडियो वायरल हो रही है वो 2019 की है। मनीष रायजादा, जो कि पार्टी के लिए चंदा इकट्ठा करते थे। उन्होंने ‘चंदा चोर’ नाम से डॉक्यूमेंट्री बनाई, जिसमें मेरा, योगेंद्र, प्रशांत, शाजिया का इंटरव्यू था, उसमें से क्लिप वायरल है।
“AAP calls their leaders themselves, offer money to join BJP and than Play Victim Card”, Former AAP State Secretary Paramjeet Singh Katyal exposes Arvind Kejriwal’s blatant lies & dirty politics.
— Raj Lakhani (@captrajlakhani) August 24, 2022
He is No 1 Conman in politics pic.twitter.com/gQEOCjBKf2
परमजीत कात्याल ने बताया, “शुरू-शुरू में जब पार्टी की 28 सीटें आई थीं तब ये सुनने में आया कि कुछ लोग पार्टी छोड़ सकते हैं। उस समय हम भी देश बदलने की राह पर चले हुए थे। हमें भी इन छल-कपट का नहीं पता था। उस समय केवल हमें कहा गया था कि कुछ विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं, आपको पता करना है कि ऐसा है या नहीं।“
कात्याल आगे कहते हैं, “ 28 सीट जीतने के एक दिन बाद ही शाम के करीब 5 बजे मुझको अरविंद का कॉल आया कि आप अपनी पूरी टीम के साथ दिल्ली आओ। हम गए। दिल्ली बॉर्डर से कुछ दूर पहले एक आदमी आया और हमें दो इंटरनेशनल सिम देकर गया। हमें कहा गया कि हम पता लगाएँ कि कौन बीजेपी से पैसे लेने को तैयार है। एक लिस्ट मिली और जीते हुए विधायकों को कॉल करने को कहा गया। हमने अंजाने में ये काम कर भी दिया। हमने नितिन गडकरी-अरुण जेटली के कार्यालयों का नाम ले लेकर 35-35 लाख रुपए के ऑफर उनको दिए थे।“
कात्याल बताते हैं कि उस समय अरविंद केजरीवाल ने खुद ये प्लॉन बनाया था कि अपने ही विधायकों को फेक कॉल करें।
दिलचस्प बात ये है कि कात्याल का खुलासा ऐसा है जो पार्टी की दो तरह की राजनीति की पोल पट्टी खोलता है। एक वो जो उन्होंने अपने विधायकों के साथ खेली और दूसरी वो जो उन्होंने मीडिया में ये बताकर खेली कि भाजपा उनके विधायकों को खरीदना चाहती है।
योगेंद्र यादव ने साधा अरविंद केजरीवाल पर निशाना
परमजीत कात्याल के बयान को सुनने के बाद योगेंद्र यादव ने ट्वीट में लिखा, “परमजीत ने 7 साल पहले इस घटना के बारे में मुझे जानकारी दी थी। तब मैंने पूछताछ की और पाया कि उनकी बात पूरी तरह सच है। अरविंद केजरीवाल के आदेश पर दिसंबर 2013 में अपने ही MLA को बीजेपी के नाम पर फोन करवाए गए थे। ऐसी करतूतों के कारण हम लोगों का AAP नेतृत्व से मोहभंग हुआ था।”
परमजीत जी ने 7 साल पहले इस घटना के बारे में मुझे जानकारी दी थी। तब मैंने पूछताछ की और पाया कि उनकी बात पूरी तरह सच है। अरविंद केजरीवाल के आदेश पर दिसंबर 2013 में अपने ही MLA को बीजेपी के नाम पर फोन करवाए गए थे। ऐसी करतूतों के कारण हम लोगों का AAP नेतृत्व से मोहभंग हुआ था। https://t.co/T2v3vTCbcR
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) August 24, 2022
मनीष सिसोदिया का दावा
उल्लेखनीय है कि इन दिनों जब दिल्ली के उप मुख्यमंत्री के खिलाफ सीबीआई ताबड़तोड़ रेड मार रही है। ऐसे में मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि भाजपा उनको अपने साथ मिलाने के लिए ऑफर दे रही है। हालाँकि उन्होंने इससे मना कर दिया है। कुछ यूजर्स ने ऐसा दावा सुन ये भी कहा कि शायद सिसोदिया ने प्रैंक कॉल को गंभीरता से ले लिया है।