Sunday, November 17, 2024
HomeराजनीतिBJP के नाम पर अपने विधायकों को खुद कॉल करवा ब्लैकमेल करती है AAP:...

BJP के नाम पर अपने विधायकों को खुद कॉल करवा ब्लैकमेल करती है AAP: योगेंद्र यादव बोले यह पूरी तरह सच, मनीष सिसोदिया ने किया था ऑफर मिलने का दावा

परमजीत कात्याल के बयान को सुनने के बाद योगेंद्र यादव ने कहा कि 7 साल पहले उन्हें आम आदमी पार्टी की ऐसी करतूतों का पता चला था। उन्होंने इसके बारे में पता लगवाया तो पता चला सब सच है। इसी के बाद उनका पार्टी से मोह भंग हुआ।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेताओं से जुड़े भ्रष्टाचार को लेकर नित नए खुलासे हो रहे हैं। ऐसे में योगेंद्र यादव ने भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा है। योगेंद्र यादव ने बताया कि पार्टी की आदत है वे अपने ही विधायकों को भाजपा के नाम पर फर्जी कॉल करवाकर ब्लैकमेल करती है।

योगेंद्र यादव ने अपना यह बयान आजतक द्वारा शेयर एक वीडियो पर दिया, जिसमें पूर्व AAP नेता परमजीत कात्याल बता रहे हैं कि कैसे 2013 में दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने उनसे कहा था कि वह पार्टी नेताओं को कॉल करें और उन्हें पैसों का लालच दें।

परमजीत कात्याल को वीडियो में कहते सुना जा सकता है,

“साल 2011अन्ना आंदोलन से लेकर 2015 तक, लगभग हर दिन मैं अरविंद के साथ रहा। 24 घंटों में 18 घंटे उनके साथ रहा। मेरी जो वीडियो वायरल हो रही है वो 2019 की है। मनीष रायजादा, जो कि पार्टी के लिए चंदा इकट्ठा करते थे। उन्होंने ‘चंदा चोर’ नाम से डॉक्यूमेंट्री बनाई, जिसमें मेरा, योगेंद्र, प्रशांत, शाजिया का इंटरव्यू था, उसमें से क्लिप वायरल है।

परमजीत कात्याल ने बताया, “शुरू-शुरू में जब पार्टी की 28 सीटें आई थीं तब ये सुनने में आया कि कुछ लोग पार्टी छोड़ सकते हैं। उस समय हम भी देश बदलने की राह पर चले हुए थे। हमें भी इन छल-कपट का नहीं पता था। उस समय केवल हमें कहा गया था कि कुछ विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं, आपको पता करना है कि ऐसा है या नहीं।

कात्याल आगे कहते हैं, “ 28 सीट जीतने के एक दिन बाद ही शाम के करीब 5 बजे मुझको अरविंद का कॉल आया कि आप अपनी पूरी टीम के साथ दिल्ली आओ। हम गए। दिल्ली बॉर्डर से कुछ दूर पहले एक आदमी आया और हमें दो इंटरनेशनल सिम देकर गया। हमें कहा गया कि हम पता लगाएँ कि कौन बीजेपी से पैसे लेने को तैयार है। एक लिस्ट मिली और जीते हुए विधायकों को कॉल करने को कहा गया। हमने अंजाने में ये काम कर भी दिया। हमने नितिन गडकरी-अरुण जेटली के कार्यालयों का नाम ले लेकर 35-35 लाख रुपए के ऑफर उनको दिए थे।

कात्याल बताते हैं कि उस समय अरविंद केजरीवाल ने खुद ये प्लॉन बनाया था कि अपने ही विधायकों को फेक कॉल करें।

दिलचस्प बात ये है कि कात्याल का खुलासा ऐसा है जो पार्टी की दो तरह की राजनीति की पोल पट्टी खोलता है। एक वो जो उन्होंने अपने विधायकों के साथ खेली और दूसरी वो जो उन्होंने मीडिया में ये बताकर खेली कि भाजपा उनके विधायकों को खरीदना चाहती है।

योगेंद्र यादव ने साधा अरविंद केजरीवाल पर निशाना

परमजीत कात्याल के बयान को सुनने के बाद योगेंद्र यादव ने ट्वीट में लिखा, “परमजीत ने 7 साल पहले इस घटना के बारे में मुझे जानकारी दी थी। तब मैंने पूछताछ की और पाया कि उनकी बात पूरी तरह सच है। अरविंद केजरीवाल के आदेश पर दिसंबर 2013 में अपने ही MLA को बीजेपी के नाम पर फोन करवाए गए थे। ऐसी करतूतों के कारण हम लोगों का AAP नेतृत्व से मोहभंग हुआ था।”

मनीष सिसोदिया का दावा

उल्लेखनीय है कि इन दिनों जब दिल्ली के उप मुख्यमंत्री के खिलाफ सीबीआई ताबड़तोड़ रेड मार रही है। ऐसे में मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि भाजपा उनको अपने साथ मिलाने के लिए ऑफर दे रही है। हालाँकि उन्होंने इससे मना कर दिया है। कुछ यूजर्स ने ऐसा दावा सुन ये भी कहा कि शायद सिसोदिया ने प्रैंक कॉल को गंभीरता से ले लिया है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत का AAP से इस्तीफा: कहा- ‘शीशमहल’ से पार्टी की छवि हुई खराब, जनता का काम करने की जगह...

दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल एवं AAP पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकार पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

क्या है ऑपरेशन सागर मंथन, कौन है लॉर्ड ऑफ ड्रग्स हाजी सलीम, कैसे दाऊद इब्राहिम-ISI के नशा सिंडिकेट का भारत ने किया शिकार: सब...

हाजी सलीम बड़े पैमाने पर हेरोइन, मेथामफेटामाइन और अन्य अवैध नशीले पदार्थों की खेप एशिया, अफ्रीका और पश्चिमी देशों में पहुँचाता है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -