Tuesday, April 30, 2024
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सोनिया गाँधी से CM गहलोत की हुई डेढ़ घंटे बात, बाहर आकर बोले- अब नहीं लड़ूँगा ‘कॉन्ग्रेस अध्यक्ष’ का चुनाव, पत्र में लिखा- जो हुआ बहुत दुखद है

बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत जब सोनिया गाँधी से मिलने 10 जनपद गए, तो उनके पास एक पत्र था। इसमें लिखा था, "जो हुआ बहुत दुखद है, मैं भी बहुत आहत हूँ। बीते दिन जो भी हुआ उसके लिए मैंने सोनिया जी से माफी माँग ली है।"

राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच गहलोत ने गुरुवार (29 सितंबर 2022) को कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से मुलाकात की। करीब 1.30 घंटे तक चली बैठक के बाद उन्होंने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया।

उन्होंने कहा,

“राजस्थान में दो दिन पहले जो हुआ उस घटना ने मुझे हिलाकर रख दिया है। पिछले 50 साल में मैं इंदिरा गाँधी हों या फिर कोई भी अध्यक्ष रहा हो सभी ने मुझ पर हमेशा विश्वास करके जिम्मेदारी दी। मैंने वफादार सिपाही रूप में काम किया है। राहुल गाँधी ने जब चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, तब मैंने उनसे मुलाकात के बाद तय किया था कि अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ूँगा। लेकिन उसके बाद जो घटना हुई, उससे पूरे देश में यह संदेश गया कि मैं सीएम बना रहना चाहता हूँ। मैंने इसके लिए सोनिया गाँधी से माफी माँगी है। मैं कॉन्ग्रेस का वफादार हूँ।”

रिपोर्ट्स के मुताबिक, अशोक गहलोत जब सोनिया गाँधी से मिलने 10 जनपद गए, तो उनके पास एक पत्र था। इसमें लिखा था, “जो हुआ बहुत दुखद है, मैं भी बहुत आहत हूँ। बीते दिन जो भी हुआ उसके लिए मैंने सोनिया जी से माफी माँग ली है।”

वहीं, राजस्थान में सियासी ड्रामे के बीच दिग्विजय सिंह ने ऐलान किया है कि वे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने आज नामांंकन फॉर्म भी खरीद लिया है, जिसे वे कल भरेंगे। कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज पार्टी सांसद शशि थरूर से मुलाकात भी की। शशि थरूर ने दोनों के गले मिलने वाली तस्वीर अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर की है। इस मौके पर थरूर ने कहा,

“मैं कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का स्वागत करता हूँ। हम दोनों इस बात पर सहमत हैं कि हमारी लड़ाई प्रतिद्वंद्वी नहीं है, बल्कि सहयोगियों के बीच एक दोस्ताना मुकाबला है। हम केवल यह चाहते हैं कि जो भी जीतेगा, कॉन्ग्रेस जीतेगी।”

गौरतलब है कि बीते दिनों सचिन पायलट को अशोक गहलोत का उत्तराधिकारी बनाए जाने के विरोध में गहलोत समर्थक माने जाने वाले 92 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया था। इसके बाद पायलट समर्थकों को लेकर यह खबर सामने आई थी कि केंद्रीय प्रवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन की रिपोर्ट के बाद पार्टी आलाकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कोई ना कोई रास्ता निकालेगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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