Friday, November 15, 2024
Homeविविध विषयअन्यहनुमान जी को नोटिस, 10 दिन के भीतर मंदिर खाली करने का आदेश... वरना...

हनुमान जी को नोटिस, 10 दिन के भीतर मंदिर खाली करने का आदेश… वरना कानूनी कार्रवाई: झारखंड में रेलवे का कारनामा

"आपको सूचित किया जाता है कि आपने रेल की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है, जो कि अपराध है। 10 दिनों के अंदर रेलवे की जमीन से मंदिर हटा लें। यदि आपने ऐसा नहीं किया तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"

झारखंड के धनबाद से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहाँ ईस्ट सेंट्रल रेलवे ने 7 अक्टूबर 2022 को भगवान हनुमान को जमीन खाली करने के लिए नोटिस भेज दिया। उन्होंने कहा कि अगर हनुमान जी ने 10 दिन के भीतर इस जमीन को खाली नहीं किया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला बेकारबांध इलाके की खटीक बस्ती का है। रेलवे ने खटीक बस्ती में अपनी जमीन खाली कराने के लिए हनुमान भगवान के नाम पर एक नोटिस भेजा है। रेलवे ने नोटिस को मंदिर के बाहर लगाया है। इसमें लिखा गया है:

“आपको सूचित किया जाता है कि आपने रेल की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा है, जो कि अपराध है। आपको निर्देश दिया जाता है कि नोटिस मिलने के 10 दिनों के अंदर रेलवे की जमीन से मंदिर हटा लें और इसे हमारे हवाले कर दें। यदि आपने ऐसा नहीं किया तो आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसे अति आवश्यक समझें।”

इसके अलावा रेलवे ने मंदिर के आसपास की अवैध झुग्गी-झोपड़ियों को भी हटाने को कहा है। यह मामला सामने के बाद यहाँ के लोगों में काफी ​आक्रोश है।

यहाँ के स्थानीय लोगों का कहना है कि वे वर्षों से रेलवे की जमीन पर रह रहे हैं। ऐसे में उन्हें परेशान करने के लिए नोटिस भेजा जा रहा है। हनुमान मंदिर पर नोटिस चस्पा करने पर उन्होंने कहा कि रेलवे की जमीन पर अन्य धर्मों के स्थान भी हैं, लेकिन नोटिस सिर्फ इसी मंदिर को ही जारी किया गया है।

उधर, हनुमान भगवान को नोटिस भेजकर अपनी किरकिरी करा चुके रेलवे के अधिकारियों ने कहा, “ये मानवीय भूल है। नोटिस में गलती से हनुमान जी का नाम लिख दिया गया। इसमें सुधार किया जाएगा। आगे से ऐसी गलती ना हो, इसका भी ध्यान रखा जाएगा। किसी की भावनाओं को आहत करना हमारा मकसद नहीं था, हमें बस जमीन से अतिक्रमण हटाना था।”

बता दें कि इस इलाके में 20 सालों से खटीक समुदाय के 300 से ज्यादा परिवार रहते हैं, जो यहाँ फल, सब्जी बेचने जैसे छोटे कारोबार करके अपना जीवनयापन कर रहे हैं। रेलवे उनसे यह जमीन खाली करवाना चाहती है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘वोट जिहाद’ के ₹100+ करोड़ वाले केस में ED ने मारे छापे, गुजरात-महाराष्ट्र में हुई तलाशी: सिराज अहमद पर है गड़बड़ी का आरोप

भाजपा ने इस पैसे का इस्तेमाल वोट जिहाद के लिए किए जाने का शक जताया है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने इस मामले में को लेकर चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा है।

बांग्लादेशी लड़कियों को भारत में हर महीने में ₹1 लाख: घुसपैठ के बाद देह-व्यापार का धंधा, बनवाया जाता था फर्जी ID से लेकर सिम...

रोनी मंडल को इस गिरोह का सरगना माना जा रहा है, जो बांग्लादेशी लड़कियों को अवैध तरीके से भारत लाने और उनकी तस्करी में सक्रिय भूमिका निभाता था। रोनी मंडल खुद अवैध घुसपैठिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -