पसमांदा मुसलमानों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए समाजवादी पार्टी (SP) नेता और संभल विधायक इकबाल महमूद ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने भाजपा को गोडसे की पूजा करने वाला बताते हुए कहा है कि भाजपा कितना भी प्रयास करे मुसलमान उसे वोट नहीं देगा। यही नहीं उन्होंने, बसपा सुप्रीमो मायावती को ‘डरपोक’ बताया है।
समाजवादी पार्टी नेता इकबाल महमूद ने कहा है कि मुसलमानों की सबसे बड़ी कट्टर विरोधी पार्टी और कोई नहीं, बल्कि भाजपा ही है। उन्होंने कहा है “जो भी सच्चा मुसलमान होगा, वह भाजपा को वोट नहीं देगा।” उन्होंने यह भी कहा, “जो लोग महात्मा गाँधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की पूजा करते हैं, उन पर मुसलमान कभी भरोसा नहीं कर सकते।”
यही नहीं, इकबाल महमूद ने दावा किया है कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय जाँच एजेंसियों से डरती हैं। इसलिए, वह कभी भी भाजपा के खिलाफ नहीं बोलती हैं।
दरअसल, बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पसमांदा मुस्लिमों को अपने साथ लाने के लिए दो कार्यक्रम किए हैं। इन कार्यक्रमों में एक में यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पसमांदा मुसलमानों को लेकर कहा था कि उनके वोट लेकर सपा, बसपा और कॉन्ग्रेस कई बार सत्ता में रही हैं। लेकिन किसी भी पार्टी ने पसमांदा मुसलमानों को उनका हक नहीं दिया है।
केशव प्रसाद मौर्य ने यह भी कहा था कि पसमांदा मुसलमान एक बार भाजपा पर विश्वास करके देखें। अगर वे एक कदम आगे बढ़ाएँगे तो भाजपा उन्हें लेकर 10 कदम आगे चलेगी। उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा आने वाले समय में नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत स्तर पर भी पसमांदा मुसलमानों के सम्मेलन आयोजित कराएगी।
भाजपा के इन बड़े कार्यक्रमों के चलते विपक्षी दलों को आशंका है कि मुस्लिमों का बड़ा वर्ग आगामी निकाय चुनाव और फिर लोकसभा चुनाव में भाजपा की ओर जा सकता है। यूपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने दावा किया था कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम जनसंख्या में 80 फीसदी पसमांदा मुस्लमान हैं। ऐसे में, यदि भाजपा इन मुसलमानों को अपने पक्ष में करने में कामयाब होती है तो निकाय और लोकसभा चुनाव में भाजपा और भी बड़ी जीत हासिल कर सकती है।