दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है। राज्य में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए केजरीवाल तमाम तरह के दावे करते रहे हैं। हालाँकि, प्रदूषण में लगाम नहीं लग सकी है। ऐसे में अब दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार (30 अक्टूबर, 2022) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य के प्रदूषण के लिए उत्तर प्रदेश की सरकारी बसों को जिम्मेदार ठहराया है।
गोपाल राय ने कहा, “राज्य में उत्तर प्रदेश की सरकारी बसों के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। उन्होंने दावा किया है कि दिल्ली के आनंद विहार और विवेक विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) यूपी सरकार की बसों से निकलने वाले धुंए के कारण निम्न स्तर पर पहुँच गया है। इसलिए, उनकी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील है कि वह इन बसों की जाँच कराएँ।”
Hon’ble Environment Minister Sh. @AapKaGopalRai Addressing an Important Press Conference | LIVE https://t.co/oN3gH91u6v
— AAP (@AamAadmiParty) October 30, 2022
उन्होंने यह भी कहा, “मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 1 नवंबर से हवा की गति 4-5 किमी प्रति घंटे होगी और यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 400 (गंभीर स्तर) को पार कर सकता है।”
गौरतलब है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गंभीर स्थिति की ओर बढ़ता दिख रहा है। रविवार (30 अक्टूबर, 2022) को भी दिल्ली की हवा ‘बेहद खराब’ स्थिति में रही और दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 था। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शनिवार (29 अक्टूबर, 2022) को आदेश जारी कर दिल्ली-एनसीआर में निर्माण और विध्वंस (अत्यावश्यक को छोड़कर) कार्यों पर बैन लगाने का निर्देश दिया था।
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार बीते कुछ वर्षों से दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब के किसानों द्वारा जलाई जाने वाली पराली को जिम्मेदार ठहराती थी। लेकिन, अब वहाँ भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार है। इसलिए, अब अरविंद केजरीवाल से लेकर AAP का कोई भी नेता दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब में जलाई जा रही पराली को दोषी नहीं ठहरा रहा है।
बता दें, दिल्ली में सिर्फ हवा ही नहीं बल्कि पानी भी बेहद प्रदूषित है। साल 2015 में सत्ता में आने के बाद से केजरीवाल लगातार यमुना नदी की सफाई को लेकर बड़े-बड़े वादे करते रहे हैं। लेकिन, प्रदूषण के स्तर में कमी नहीं दिखाई दी है। इसको लेकर भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर निशाना भी साधा था।
8 साल में 8 बार @ArvindKejriwal कह चुके हैं कि हम यमुना जी को इतना साफ कर देंगे की आप डुबकी लगा सको।
— Adesh Gupta (@adeshguptabjp) October 27, 2022
लेकिन इनकी नाकामी की वजह से आज भी यमुना जी मैली हैं और छठ घाट गंदे पड़े हैं।
केंद्र सरकार के 2500 करोड़ देने पर भी दिल्ली सरकार ने यमुना जी की सफाई करवाने से हाथ खड़े कर दिए। pic.twitter.com/fJHNeDgCzu
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा था कि केंद्र सरकार के 2500 करोड़ देने के बाद भी यमुना नदी में प्रदूषण नियंत्रण नहीं हुआ है। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “8 साल में 8 बार अरविंद केजरीवाल कह चुके हैं कि हम यमुना जी को इतना साफ कर देंगे की आप डुबकी लगा सको। लेकिन, इनकी नाकामी की वजह से आज भी यमुना जी मैली हैं और छठ घाट गंदे पड़े हैं। केंद्र सरकार के 2500 करोड़ देने के बाद भी दिल्ली सरकार ने यमुना जी की सफाई करवाने में हाथ खड़े कर दिए हैं।”