मध्य प्रदेश के दमोह से दलित को लालच देकर ईसाई बनाने और फिर उसे धमकी देने का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला का कहना है कि उसे और उसके पति को पैसे देकर ईसाई बनाया गया था। लेकिन, जब उन लोगों ने चर्च जाना बंद कर दिया तो उन्हें धमकी दी जाने लगी। धर्मांतरण के लिए दी गई रकम से चार गुना अधिक पैसे की माँग की जा रही है।
स्वराज्य की पत्रकार शुभी विश्वकर्मा ने इस महिला का वीडियो शेयर करते किया है। इसमें पीड़ित दलित महिला पादरी अजय लाल और उसके सहयोगियों पर 1 लाख 20 हजार रुपए देकर धर्मांतरण कराने और अब चर्च न जाने पर धमकी देने का आरोप लगा रही है।
Damoh, MP: Bishop Ajay Lal & his team converted this Dalit couple to Christianity in exchange for a sum of Rs. 1,20,000. When the couple stopped going to the church they started threatening & blackmailing them with recovery of four times to the amount they paid. The victim: pic.twitter.com/XSCkTpJvFA
— Subhi Vishwakarma (@subhi_karma) November 18, 2022
मीडिया को पीड़िता ने बताया कि थॉमस, साजन व अन्य लोगों ने चर्च न आने और मूर्ति पूजा करने पर उन्हें कई बार धमकी है। पीड़िता का कहना है कि ईसाई धर्म अपनाने के लिए उसे जो पैसे दिए गए थे उससे अब चार गुना अधिक पैसे की माँग हो रही है।
पीडिता का कहना है कि जब ईसाई मिशनरी के लोगों ने धर्मांतरण के लिए उसे पैसे दिए थे, तब यह नहीं कहा था कि उन्हें पैसे लौटाने होंगे। पीड़िता का दावा है कि दिए गए पैसे में से उसने 90 हजार रुपए लौटा दिए हैं। बाकी पैसे भी वह वापस देने के लिए तैयार है। सबूत के तौर पर उसके पास डायरी में आरोपित के हस्ताक्षर भी हैं।
धर्मांतरण का शिकार हुई दलित महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि ईसाई पादरी और उसके लोगों का कहना है कि यदि वो और उसका पति चर्च नहीं जाएँगे तो उन्हें ब्याज के तौर पर चार गुना अधिक पैसे देने पड़ेंगे। पीड़ित दलित महिला का कहना है कि उसे और उसके पति को पानी की टंकी में डुबोकर धर्मांतरण कराया गया था। यही नहीं, उससे कहा गया था कि वह अपने भाइयों को भी चर्च लाए जिसके बाद उन्हें भी धर्मांतरित कर दिया गया।
बीते दिनों दमोह के ईसाई मिशनरी के हॉस्टल में धर्मांतरण का मामला सामने आया था। इसके बाद 13 नवंबर 2022 को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दमोह देहात थाना में 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इस एफआईआर में उस ईसाई पादरी अजय लाल का भी नाम शामिल है, जिस पर धर्मांतरण का शिकार हुई दलित महिला ने पैसे देकर धर्मांतरण कराने और अब चार गुना अधिक वसूली का आरोप लगाया है।