Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजइमरान ने दलित महिला कॉन्स्टेबल से किया अप्राकृतिक रेप: खुद को बौद्ध बता कर...

इमरान ने दलित महिला कॉन्स्टेबल से किया अप्राकृतिक रेप: खुद को बौद्ध बता कर की थी शादी, अब्बू सुल्तान और भाई मोहसिन भी प्रताड़ना में शामिल

आरोपित सिपाही मूल रूप से जिला सम्भल के एक मीनारी मस्जिद के पास का निवासी है। मूल रूप से वाराणसी की रहने वाली पीड़िता महिला सिपाही का दावा है कि इमरान ने उनके साथ जा कर बौद्ध धर्म कबूला और अशोक नाम से शादी की।

उत्तर प्रदेश (UP) के प्रयागराज (Prayagraj) में पुलिस (Police) विभाग में पोस्टेड दलित समुदाय की एक महिला सिपाही ने अपने पति पर प्रताड़ना और अप्राकृतिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है। आरोपित पति का नाम इमरान खान है जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि उसने बौद्ध बन कर पीड़िता से शादी की है। इमरान उर्फ़ अशोक भी पुलिस में कॉन्स्टेबल है जो फ़िलहाल उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में तैनात है। फ़िलहाल आरोपित की गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है।

जानकारी के मुताबिक, FIR प्रयागराज के शिवकुटी थानाक्षेत्र में दर्ज हुई है। पीड़िता कॉन्स्टेबल के मुताबिक वह हिन्दू धर्म के अनुसूचित जाति से है। साल 2016 में वह पहली बार इमरान से मुरादाबाद पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में मिली थी। पुलिस विभाग के ही इमरान ने उसे ट्रेनिंग दी थी। बाद में इमरान और पीड़िता की शादी हो गई। तब इमरान ने पीड़िता को बताया था कि उसका तलाक का केस कोर्ट में चल रहा है।

आरोपित सिपाही मूल रूप से जिला सम्भल के एक मीनारी मस्जिद के पास का निवासी है। मूल रूप से वाराणसी की रहने वाली पीड़िता महिला सिपाही का दावा है कि इमरान ने उनके साथ जा कर बौद्ध धर्म कबूला और अशोक नाम से शादी की। शिकायत के मुताबिक शादी के बाद उनके पति इमरान ने अपने अब्बा और भाई के साथ उसे मिल प्रताड़ित किया बल्कि उसके साथ अप्राकृतिक संबंध भी बनाए। महिला सिपाही को शक है कि उसके शौहर कहीं किसी और लड़की के सम्पर्क में है। फिलहाल अब पीड़िता 1 बच्चे की माँ है।

महिला कॉन्स्टेबल की शिकायत पर पुलिस ने FIR में सिपाही इमरान उर्फ़ अशोक के साथ उसके अब्बा सुल्तान खान और भाई मोहसिन खान को नामजद किया है। इन आरोपितों पर पुलिस ने IPC की धारा 498- A, 323, 377, 504, 506, 376, 328 और 420 के तहत केस दर्ज किया है। थाना प्रभारी शिवकुटी ने ऑपइंडिया से बताया कि मामले की जाँच चल रही है और अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

पुलिस के असहयोग की बात झूठी

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में पीड़िता के हवाले से दावा किया गया कि प्रयागराज पुलिस के सब इंस्पेक्टर चन्द्रभानु यादव ने पीड़िता का सहयोग नहीं किया और मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया। पीड़िता कॉन्स्टेबल ने ऑपइंडिया से बात करते हुए इस दावे का पूरी तरह से खंडन किया। महिला सिपाही ने बताया, “जिन पुलिसकर्मी चन्द्रभानु यादव के खिलाफ मीडिया फर्जी रिपोर्ट छाप रहा है उनके खिलाफ मैंने कभी कुछ नहीं कहा और मुझे उनकी जाँच पर पूरा भरोसा है।”

हमसे बात करते हुए पीड़िता ने अपने पुलिस डिपार्टमेंट से न्याय की पूरी आस जताते हुए मीडियाकर्मियों से आधारहीन खबरें छपने से परहेज करने को कहा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

5000 भील योद्धा, गुरिल्ला युद्ध… और 80000 मुगल सैनिकों का सफाया: महाराणा प्रताप ने पूंजा भील को ऐसे ही नहीं दी थी राणा की...

आज हल्दीघाटी के युद्ध के नतीजे महाराणा प्रताप की तरफ झुकते दिखते हैं, तो उसके पीछे राणा पूंजा जैसे वीरों का अतुलनीय योगदान है।

‘वोट जिहाद’ के ₹100+ करोड़ वाले केस में ED ने मारे छापे, गुजरात-महाराष्ट्र में हुई तलाशी: सिराज अहमद पर है गड़बड़ी का आरोप

भाजपा ने इस पैसे का इस्तेमाल वोट जिहाद के लिए किए जाने का शक जताया है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने इस मामले में को लेकर चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -