छत्तीसगढ़ के मेतरा जिले में शनिवार (8 अप्रैल, 2023) को अब्दुल, अकबर, इस्माइल समेत 11 हमलावरों ने भुनेश्वर साहू नाम के युवक की हत्या कर दी। यहाँ के साजा विधानसभा में आने वाले गाँव बिरनपुर में दो स्कूली छात्रों के बीच साइकिल की टक्कर से इस झगड़े की शुरुआत हुई थी। हमले में तलवारों और काँच की की बोतल का इस्तेमाल हुआ था। अब साहू के परिवार वालों ने पूरी घटना का खुलासा किया है। आरोप है कि हमलावरों को पुलिस का सहयोग था और महिलाओं को भी निशाना गया था।
भिलाई टाइम्स के यूट्यूब चैनल पर भुनेश्वर के पिता और भाई का इंटरव्यू प्रकाशित हुआ है। भुनेश्वर के पिता ने एक कबाड़ी की दुकान की तरफ इशारा करते हुए बताया कि खाली समय में वहाँ 5-6 लड़के बैठ कर गपशप किया किया करते हैं। उन्होंने बताया कि कबाड़ी की दुकान पर जमा लोग हिन्दू-मुस्लिम बच्चों के झगड़े को और ज्यादा बढ़ावा देते हुए उकसाते हैं। घटना के दिन उसी दुकान के पास एक बच्चे की पिटाई हुई थी। आरोप है कि मना करने के लिए पीड़ित बच्चे की माँ जब कबाड़ी की दुकान पर गई तब उनकी भी पिटाई की गई थी।
मृतक भुनेश्वर के पिता ने आगे बताया कि घटना के दिन गाँव के ही कुछ हिन्दू समाज के लोग ज्योति विसर्जन कर के लौटे थे। उन्होंने कबाड़ी की दुकान पर जमा लोगों द्वारा महिला की पिटाई पर नाराजगी जताई और एक मीटिंग आयोजित की। घटना के विरोध में हिन्दू समाज की मीटिंग हुई थी। मृतक भुनेश्वर ट्रैक्टर चलाने का काम करता था जो हिन्दू समाज की मीटिंग में शामिल हुआ था। भुनेश्वर के पिता का आरोप है कि इसी मीटिंग में मुस्लिमों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। उन्होंने मुस्लिमों के साथ पुलिस वालों के भी होने का दावा किया।
भुनेश्वर के पिता ने आगे बताया कि दोनों तरफ से हुई पत्थरबाजी के दौरान हमलावरों ने भुनेश्वर को खींच लिया। हिन्दुओं की मीटिंग में सभी निहत्थे बताए जा रहे हैं जिसमें से अधिकतर बीच-बचाव में जुटे थे। भुनेश्वर की मौत की जानकारी उनके पिता को फोन पर मिली। उनका दावा है कि जब वो लाश लेने के लिए जाने लगे तो हिन्दू समाज के लोग उन्हें ही डराने लगे और जाने से रोकने लगे। अंत में खुद पीड़ित पिता और उनकी पत्नी ही अपने बच्चे को बेहोशी की हालत में घर लाए।
भुनेश्वर के पिता ने एम्बुलेंस आने में डेढ़ घंटे की देरी होने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने कहा, “पुलिस वाले तो उनकी ही तरफ थे।” भुनेश्वर के भाई कृष्णा साहू ने भी खुद को हमलावर भीड़ द्वारा चोटिल बताया। उन्होंने बताया, “हिन्दू समाज को पूरा गाली दी गई। जब लड़का लोग के हाथ काटिस वतने समय पुलिस कहाँ गइलिस (जब बच्चे लोगों का हाथ काटा गया था तब पुलिस कहाँ थी)।” पुलिस को मुस्लिम पक्ष का ही सपोर्टर बताते हुए भुनेश्वर के भाई ने कहा, “पुलिस वाले ही उनको सहयोग किए। मारो इनको, ऐसा पुलिस वाले ही कहे थे।”
तेली को मारना है
एक-एक हिंदू तेली को काटेंगे(भुनेश्वर साहू के पिता को धमकी)
— Arun Sao (@ArunSao3) April 10, 2023
कौन काटेगा हिन्दुओं को?
कौन काटेगा तेलियों को?
किसके संरक्षण मे हिंदुओं के, साहू समाज के नरसंहार की साजिश हो रही है?
किसमे हिम्मत है आए अरुण साव खड़ा है हर हिंदू, हर साहू तेली के साथ।
भाजपा खड़ी है हर हिंदू-तेली के साथ। pic.twitter.com/CxW8fCiJH3
मृतक के दाह संस्कार के दौरान उनके पिता ने बताया, “पहले से तैयारी थी। ‘तेली को मारना है’ जैसी बातें भी की जा रही थी।” वहीं मृतक के भाई ने किसी मस्जिद का जिक्र करते हुए बताया है कि हमलावरों ने पहले से ही ईंट-पत्थर जमा किए थे। पीड़ितों ने ये भी बताया कि भीड़ ने घेर कर डंडा मारा, चाकुओं से गोदा और फिर मारते-मारते ले गए।
घेर कर सर पर डंडा मारा, फिर चाकुओं से गोदा और मारते-मारते ले गए…
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) April 11, 2023
सुनिये पीड़ित की आप बीती…#छत्तीसगढ़_बनता_जिहादगढ़ #Bemetara pic.twitter.com/jRIGRbg2nj
‘हत्यारे मुस्लिम, घर-घर में अवैध हथियार’
एक रिपोर्ट में भाजपा सांसद विजय बघेल के हवाले से बताया गया है कि भुनेश्वर को मार कर मस्जिद के बगल फेंका गया था। भाजपा सांसद ने हमलावरों की तादाद अधिक होने और पुलिस द्वारा इसे कम दिखाने का भी आरोप लगाया है।
बहुत निर्मम हत्या हुई है, इससे पूरा समाज दहल गया है। हमारे छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था पूरी तरह छिन्न-भिन्न हो गई है। क्या ऐसे कृत्य करने वालों को शासन-प्रशासन प्रश्रय दे रहा है? ये सवाल उमड़ रहे हैं…
— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) April 9, 2023
श्री @vijaybaghelcg जी
सांसद, दुर्ग लोकसभा#छत्तीसगढ़_बनता_अपराधगढ़ pic.twitter.com/UbBZjUt0kM
सांसद बघेल ने आगे कहा, “हत्या करने वाले मुस्लिम लोग हैं जो अपने घरों में दुबके पड़े हैं। घर-घर अगर छानबीन हो जिसके लिए हमने पुलिस को कहा है कि वहाँ पर मौत के औज़ार मिलेंगे। मौत का जखीरा मिलेगा। अवैध हथियार मिलेंगे। वहाँ पर अवैध रूप से ये लोग धंधा करते हैं। चोरी के सामान मिलते हैं। उस जगह पर जाने से दहशत महसूस होता है। ये लोग कौन हैं, कहाँ से आए और क्यों आए इसकी छानबीन होनी चाहिए। अगर इस पर शीघ्र कार्रवाई न हुई तो आंदोलन होगा।”