एक अमेरिकी पादरी ने दावा किया है कि मात्र एक सप्ताह में भारत में मिशनरियों ने 1 लाख हिन्दुओं का इसे धर्मांतरण कराया है। YouTube पर 10 महीने पहले अपलोड किए गए उक्त वीडियो में उस पादरी को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कारण उत्तर भारत में धर्मांतरण कठिन हो गया है। क्रिस हॉजेज नाम का उक्त पादरी ‘चर्च ऑफ हाइलैंड्स’ से जुड़ा हुआ है जिसकी शाखाएँ अल्बामा और पश्चिमी जॉर्जिया में हैं।
वो अपने परिवार के साथ बर्मिंघम में रहता है। उसने वीडियो में कहा कि मिशनरीज ने बताया है कि दुनिया का वो हिस्सा जहाँ लोग सबसे ज्यादा दिग्भ्रमित हैं वो उत्तर भारत है। उसने दावा किया कि भारत का दक्षिणी हिस्सों का बड़े स्तर पर ईसाईकरण हुआ है। उसने कहा कि ईसाई धर्मांतरण के मामले में पिछले 10 वर्षों में भारत में बहुत दिक्कतें आ रही हैं। साथ ही उसने कई NGO की विदेशी फंडिंग के लाइसेंस रद्द किए जाने का रोना रोते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री ने कई मिशनरी संस्थाओं को भगा दिया है।
साथ ही उसने इससे भी नाराज़गी जताई कि भारत में पूरा का पूरा संगठन 100% लोगों को हिन्दू बनाने में लगा हुआ है। पादरी इस वीडियो में कहता है कि हमें भारत के और दुनिया भर के ईसाइयों को लेकर प्रार्थना करने की ज़रूरत है, क्योंकि उन पर अत्याचार हो रहे हैं और रोज कोई न कोई ईसाई मर रहा है। पादरी क्रिस हॉजेज इस वीडियो में कहता दिख रहा है कि RSS सिर्फ ईसाइयों को निशाना बना कर उन्हें खत्म करने में लगा हुआ है, जो दुखद है। उसने दावा किया कि मिशनरियों की 3931 टीमें 15 उत्तर भारतीय राज्यों में सक्रिय हैं।
उक्त पादरी ने इस दौरान इसका भी खुलासा कर दिया कि कैसे शैतान का डर दिखा कर इसे धर्मांतरण के लिए हथियार के रूप में इस्तेमाल में लाया जा रहा है। किसी व्यक्ति पर से शैतान को भगाने पर पूरा गाँव खुश होता है, इन तिकड़मों का भी उसने बखान किया। उसके खुलासों की मानें तो असल में ये ‘जिन व्यक्तियों पर शैतान सवार होता है’, उन्हें गाँवों में मिशनरियों द्वारा भेजा जाता है और फिर आतंकित गाँव वालों को उस से छुटकारा दिला कर पादरी ‘मसीहा’ बन जाते हैं, फिर धर्मांतरण कराते हैं।
उसने उदाहरण दिया कि एक महिला के ऊपर से ‘शैतान को हटाने’ के बाद 150 परिवार इतने खुश हुए कि उन्होंने ईसाई मजहब अपना लिया। साथ ही उसने बाइबिल का जिक्र भी किया कि गॉड अपने लोगों को मुसीबत में मदद करता है। इसी दौरान उसने भारत में 1 सप्ताह में 1,12,224 लोगों के धर्मांतरण की बात कही। बता दें कि पादरियों के कार्यक्रमों में ‘आरारारा’ और ‘मेरा येशु-येशु’ कह कर नाचते हुए लोगों के फनी वीडियोज अक्सर सामने आते हैं। एक महिला को तो इस तरह से किडनी ठीक किए जाने का दावा तक किया गया था।
याद दिलाते चलें कि बाइबिल का हर भाषा में अनुवाद करने के मिशन पर काम कर रही संस्था ‘अनफोल्डिंग वर्ल्ड’ के CEO डेविड रीव्स ने कहा था कि भारत में कोरोना महामारी के दौरान उतने चर्चों का निर्माण हुआ, जितने पिछले 25 सालों में हुआ था। रीव्स ने इसके बाद बड़ा दावा किया था कि महामारी के दौरान 1 लाख लोगों का ईसाई धर्मांतरण किया गया। उन्होंने बताया कि हर चर्च को 10 गाँवों में प्रार्थना आयोजित करने को कहा गया। उसने बताया कि इस दौरान 50,000 गाँवों तक पहुँच बनाई गई है।