कर्नाटक सरकार के मंत्री दिल्ली में AAP सरकार के मोहल्ला क्लिनिक देखने आए थे, जिसे लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐसा माहौल बनाया जैसे वहाँ के नेता यहाँ सीखने के लिए आ रहे हैं। हालाँकि, गुरुवार (4 अगस्त, 2023) को रात होते-होते उनकी भद्द पिट गई। इसके कारण ये है कि कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडु राव ने मोहल्ला क्लिनिक के दौरे के बाद इसकी प्रशंसा करने से इनकार कर दिया और इसे बेहतर मॉडल भी नहीं माना।
ये सब तब हो रहा है, जब AAP और कॉन्ग्रेस विपक्ष के के नए गठबंधन I.N.D.I.A का हिस्सा है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक को लेकर कहा कि इसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया है। साथ ही वो इससे निराश भी नजर आए। AAP ने इस पर आपत्ति जताते हुए दावा किया है कि एक फोन कॉल के बाद इस तरह का बयान दिया गया है। पंचशील पार्क स्थित मोहल्ला क्लिनिक में कर्नाटक की टीम के दौरे के समय दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज भी मौजूद थे।
उस समय दिनेश गुंडु राव ने कहा था कि वो इस योजना को समझने के लिए आए हैं कि ये कैसे काम करता है। उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्हें खूब सुनने को मिला था और वो इसे देखने के लिए आए हैं। हालाँकि, कुछ ही घंटों बाद उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक में लोग ही नहीं थे। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के ‘नम्मा क्लिनिक’ में इससे ज़्यादा सुविधाएँ मिलती हैं, साथ ही वहाँ मेडिकल टेस्टिंग के ज़्यादा विकल्प भी उपलब्ध हैं।
AAP ने अब अपने बयान में कहा है कि दिनेश गुंडु ही बता सकते हैं कि किसके फोन कॉल के बाद उन्होंने अपना बयान बदला। पार्टी ने कर्नाटक के ‘नम्मा क्लिनिक’ को लेकर कहा कि ये एक योजना की जगह बस एक दिया गया नाम है और वहाँ बुखार वगैरह जैसी बीमारियों की दवाएँ मिलती हैं। पार्टी ने ‘नम्मा क्लिनिक’ के इंफ़्रास्ट्रक्चर को ‘मोहल्ला क्लिनिक’ से बेहतर बताए जाने को भी गलत करार दिया। इससे विपक्ष के नए गठबंधन की एकता पर भी सवाल खड़ा हो गया है।
Visited a Mohalla Clinic in Delhi with hardly any people there.
— Dinesh Gundu Rao/ದಿನೇಶ್ ಗುಂಡೂರಾವ್ (@dineshgrao) August 4, 2023
Our Clinics in Karnataka have more facilities including a laboratory to do immediate tests for patients.
I guess it is overhyped and I came back feeling disappointed. pic.twitter.com/z9VywnmB3z
वहीं दिल्ली के कॉन्ग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि वो कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री को अरविंद केजरीवाल के शासन की असली सच्चाई दिखा सकते थे। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मुलाकात हुई होती तो वो शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्त, पर्यावरण, जल, सड़क, बस, इंफ़्रा और भ्रष्टाचार से जुड़ी सच्चाई उन्हें बताते, ताकि ये कॉन्ग्रेस के नए ढोल पीटने वालों तक पहुँचे। अब कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने भी कह दिया है कि वो मोहल्ला क्लिनिक का दौरा कर के निराश हैं।