Sunday, November 17, 2024
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‘नूहं घोषित हो गोहत्या मुक्त एरिया, मुस्लिमों का हो आर्थिक-सामाजिक बहिष्कार’: हिंदू संगठनों की माँग, FIR से नहीं डरने पर जोर

"नूहं को गोहत्या मुक्त एरिया घोषित की जाए। रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुस्लिमों सहित जो लोग अवैध रूप से राज्य में प्रवेश कर चुके हैं, उन्हें तुरंत निर्वासित किया जाना चाहिए।"

हरियाणा के नूहं में 31 जुलाई को हिन्दुओं के जलाभिषेक यात्रा पर मुस्लिम भीड़ ने हमला कर दिया था। 6 लोगों की मौत हो गई थी। इसकी वजह से यह यात्रा भी बाधित हो गई थी। यात्रा को फिर से करने के लिए रविवार (13 अगस्त, 2023) को पलवल के पोंडरी में हिंदू संगठनों ने महापंचायत किया। इसमें 28 अगस्त को एक बार फिर से बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को शुरू करने की तैयारियों पर चर्चा की गई। वहीं महापंचायत में सुरक्षा के लिए हथियारों के लाइसेंस के साथ मुस्लिमों के आर्थिक-सामाजिक बहिष्कार की माँग भी की गई है। 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हिन्दुओं की महापंचायत में नूहं में हिंसा के बाद की परिस्थितियों और सुरक्षा उपायों पर चर्चा के बीच, हरियाणा गौ रक्षक दल के आचार्य आज़ाद शास्त्री ने इसे “करो या मरो की स्थिति” बताया और अपनी सुरक्षा के लिए जरुरत पड़ने पर युवाओं से हथियार उठाने के लिए भी कहा।

सुरक्षा के लिए हथियारों के लाइसेंस की माँग

आचार्य आजाद शास्त्री ने कहा, “हमें तुरंत मेवात में 100 हथियारों का लाइसेंस लेना सुनिश्चित करना चाहिए। बंदूकों का नहीं बल्कि राइफलों का, क्योंकि राइफलें लंबी दूरी तक फायरिंग कर सकती हैं। यह करो या मरो की स्थिति है। इस देश का विभाजन हिंदू और मुस्लिमों के आधार पर हुआ था। यह गाँधी के कारण ही था कि ये मुस्लिम मेवात में रुके रहे।”

उन्होंने युवाओं से एफआईआर से न डरने को भी कहा। महापंचायत में आए युवाओं को सम्बोधित करते हुए आचार्य आजाद शास्त्री ने कहा:

“मेरे खिलाफ भी एफआईआर हैं, लेकिन हमें एफआईआर से डरना नहीं चाहिए।”

मुस्लिमों के आर्थिक-सामाजिक बहिष्कार की अपील

वकील कुलभूषण भारद्वाज ने FIR से न डरते हुए प्रशासन को उनके खिलाफ दूसरी प्राथमिकी दर्ज करने की चुनौती दी। उन्होंने युवाओं से 28 अगस्त को एक और बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा निकालने का आह्वान किया।

वकील कुलभूषण भारद्वाज ने महापंचायत में अपनी बात रखते हुए दो टूक कहा कि नूहं में जिस तरह की हिंसा हिन्दुओं पर हुई, ऐसा पहले भी हुआ है। इसलिए अब समय आ गया है कि हिंदुओं को डरने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने मुस्लिमों के पूर्णतया सामाजिक और आर्थिक बहिष्कार की माँग की। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बृजमण्डल शोभायात्रा दोबारा अपने निर्धारित दिन 28 अगस्त को होगी और इसके लिए किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है। धर्म और हिन्दुओं की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाने पर उन्होंने बल दिया। 

महापंचायत में रखी गई प्रमुख माँग

इस महापंचायत में सर्वसम्मति से 51 लोगों की कमिटी गठित गई। महापंचायत में हुई चर्चा के आधार पर हिंदू समूहों ने 28 अगस्त को बृजमण्डल यात्रा पूरी करने का फैसला किया। वहीं हिंदू संगठनों ने राज्य सरकार के सामने कई माँगें रखीं, जिनमें नूहं से रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को बाहर निकालने और कॉन्ग्रेस विधायक मम्मन खान की तुरंत गिरफ्तारी भी शामिल है। ये माँगें निम्नलिखित हैं:

  • नूहं हिंसा की जाँच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) से कराई जानी चाहिए।
  • हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को 1 करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी और घायलों को 50 लाख रुपए दिए जाएँ और मृतक परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए।
  • नूहं हिंसा के दौरान मुस्लिमों की बर्बरता के कारण हुए नुकसान का विश्लेषण करने के लिए एक सर्वेक्षण किया जाना चाहिए और उसके अनुसार ही मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए।
  • रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुस्लिमों सहित जो लोग अवैध रूप से राज्य में प्रवेश कर चुके हैं, उन्हें तुरंत निर्वासित किया जाना चाहिए।
  • पुलिस को दंगाइयों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। 
  • मेवात में एक केंद्रीय बल का मुख्यालय बनाया जाए।
  • फिरोजपुर झिरका से कॉन्ग्रेस विधायक मामन खान को तुरंत गिरफ्तार किया जाए। 
  • नूहं में दंगा करने वालों की पहचान कर उनकी जमीन एवं अन्य संपत्ति कुर्क की जाए।
  • नूहं को गोहत्या मुक्त एरिया घोषित की जाए।
  • नूहं हिंसा में लोगों पर दर्ज झूठे मुकदमे वापस लिए जाएँ।
  • नूहं हिंसा के दिन छुट्टी पर गए जिला के अधिकारियों की भूमिका की जाँच की जाए।
  • नूहं जिला को खत्म किया जाए और सोहना को जिला बनाया जाए। 
  • दंगाइयों पर नूहं में दर्ज किए गए सभी मुकदमों को गुरुग्राम या किसी दूसरे जिले में ट्रांसफर कर इनकी फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाए।

विहिप ने किया माँगों का समर्थन

गौरतलब है कि विश्व हिंदू परिषद ने हिंदू संगठनों की इन माँगों का समर्थन किया है। इसके साथ ही कहा है कि वह अपूर्ण बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा को इस सावन माह की अंतिम सोमवार यानि 28 अगस्त को समाज का सहयोगी बनकर पूरा करेगा। VHP के प्रवक्ता विनोद बंसल ने मृतक हिंदुओं के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए देने की माँग का समर्थन किया।

उन्होंने कहा, “जलियाँवाला बाग की तरह हुई नूहं नरसंहार की घटना की NIA जाँच व दोषियों के विरुद्ध कठोरता से कार्रवाई के साथ-साथ दोषी और षडयंत्रपूर्वक काम करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध भी जाँच कराई जाए। जिन हिंदुओं के दुकान, मकान व गाड़ियों को क्षति पहुँची है, उसकी शत-प्रतिशत क्षतिपूर्ति हो।”

बंसल ने कहा कि पिछले कुछ दशक से नूहं जिला को जिहादी आतंकवाद तथा अपराधियों की शरणस्थली बनाने के षड्यंत्र चल रहा है। उन्होंने नूहं को पलवल और गुरुग्राम में मिलाने की माँग की।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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