Friday, April 26, 2024
486 कुल लेख

अजीत भारती

पूर्व सम्पादक (फ़रवरी 2021 तक), ऑपइंडिया हिन्दी
00:10:18

मुनव्वर फारूकी, ये चुटकुला सुनो, बहुत मजा आएगा… | Ajeet Bharti on Munawar Faruqui

लिबरलों द्वारा शार्ली एब्दो के कार्टूनिस्टों की हत्या, तत्पश्चात् सैमुअल पेटी की गर्दन काटने को मुनव्वर फारूकी की गिरफ्तारी के समानांतर रखना, बताता है कि इनके तर्क कितने वाहियात हैं जहाँ कुछ बोलने के लिए किसी राष्ट्र के कानून के खिलाफ जा कर हत्या और कुछ बोलने पर राष्ट्र के कानून के आलोक में की गई गिरफ्तारी बराबर बात है।
00:39:25

राम की मूर्ति विखंडित; मंदिर ध्वस्त, चर्चा शून्य | Ram murti desecrated, Ajeet Bharti explains

हमारी चुप्पी का परिणाम पूरे भारत को कश्मीर, कैराना बना देगा। आपको फर्क पड़ना चाहिए अगर आंध्र प्रदेश में राम की मूर्ति तोड़ दी जाए।
00:21:55

व्यंग्य: किसान आंदोलन की न्यू इयर पार्टी | Ajeet Bharti reveals Farmers’ new year party plans

दारू पकड़ी जा चुकी है, फ्री में बँट भी रही है, किसान आंदोलन शहर में डीजे है, सैलून है, सिनेमा है... पार्टी का माहौल बन चुका है

ऑपइंडिया के पाठकों के नाम सम्पादक का पत्र: आशा है 2021, 2020 जैसा न हो!

ऑपइंडिया सिर्फ पत्रकारिता नहीं है, यह एक मुहिम है जो सनातन आस्था की प्रतिरक्षा के लिए है। यह सिर्फ रिपोर्टिंग का काम नहीं है, बल्कि वामपंथियों के कैंसरकारी नैरेटिव को काटने के लिए अपना नैरेटिव बनाने का काम है।

व्यंग्य: पिज़्ज़ा, डीजे, मसाजर, काम क्या-क्या है, अन्नदाता आ गया है, इंतजाम क्या-क्या है

एमबीए के दौर में इवेंट मैनेजमेंट एक विषय बन चुका है, और आंदोलन में ग्लैमर की कमी हमेशा रही। अगर आंदोलन आदि व्यवस्थित तरीके से नहीं होंगे, तो इस विषय को शादी की प्रीवेडिंग फोटोशूट और 'राते दीया बुता के पीया क्या-क्या किया' वाले नाच तक में ही समेट दिया जाएगा।
00:58:24

S02E07: 2015 में मंडी के खिलाफ, ’20 में वही सही है बकैत? | Ravish u-turns on mandi, adhatiyas

अप्रैल 2015 में मंडी, आढ़तिया किसान के शोषक थे, अब पोषक हैं! जेनरेटर चुराने वाले किसानों पर चुप... 1500 टावर को क्षति पहुँचाने वालों पर चुप...
00:28:53

राहुल बाबा बैंकॉक क्यों जाते हैं? | Ajeet Bharti on Rahul Gandhi foreign trips?

चाहे पार्टी की हार हो, टिकट बाँटना हो, कोई आंदोलन चल रहा हो, चुनाव आने वाले हों, संसद सत्र हो... राहुल गाँधी यूरोप-थाइलैंड-बैंकॉक करते रहते हैं...

नहीं चाहिए आरक्षण की बैसाखी, सब्सिडी दे कर हमें लाचार बनाना बंद करो: मधु पासवान

ऑपइंडिया ने मधु पासवान से बातचीत की, जो सोशल मीडिया में खासे सक्रिय रहते हैं और वीडियो बना कर आरक्षण व जातिवाद पर लोगों को जागरूक करते हैं।

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe