गऊ-प्रेमी प्रियंका गाँधी फेक न्यूज क्यों फैला रही हैं? अयोध्या में नया क्या बन रहा है? मोदी ने मेट्रो बेच दी? प्रशांत किशोर का नया धमाका और क्रिसमस पर पर्यावरण चर्चा!
वामपंथी पोर्टलों पर नैरेटिव बदलने की कोशिशें जारी हैं। वो यह सोच रहे हैं कि साल भर बाद हिन्दू समाज और रिसते घावों को चाटती दिल्ली भूल गए होंगे कि साल भर पहले उसके सीने पर छुरा मारने वाले, और कपड़ों पर आग लगाने वाले लोगों की पहचान क्या थी।
सरकारों को 'इनेब्लर', यानी संबल की भूमिका निभानी चाहिए न कि वैसे पिता की जिसके स्नेह के चक्कर में बच्चा इतना चॉकलेट खाता है कि उसके सारे दाँत झड़ जाते हैं, और फिर नए दाँत बनवाने में और पैसे लगते हैं वो अलग।