Wednesday, November 20, 2024
973 कुल लेख

अनुपम कुमार सिंह

भारत की सनातन परंपरा के पुनर्जागरण के अभियान में 'गिलहरी योगदान' दे रहा एक छोटा सा सिपाही, जिसे भारतीय इतिहास, संस्कृति, राजनीति और सिनेमा की समझ है। पढ़ाई कम्प्यूटर साइंस से हुई, लेकिन यात्रा मीडिया की चल रही है। अपने लेखों के जरिए समसामयिक विषयों के विश्लेषण के साथ-साथ वो चीजें आपके समक्ष लाने का प्रयास करता हूँ, जिन पर मुख्यधारा की मीडिया का एक बड़ा वर्ग पर्दा डालने की कोशिश में लगा रहता है।

सिद्धू की आवाज़ लौटने के साथ ही गायब हो रहा ‘पटियाला पेग’ का स्वाद? पंजाब में फिर कॉन्ग्रेस का सिर-फुटव्वल, 2022 पर नजरें

कैप्टेन ने 2017 में जबरन अपना नाम बतौर CM उम्मीदवार घोषित कराया। सिद्धू ने सोनिया गाँधी के पाँव छुए थे। अब दोनों की लड़ाई में किसान एंगल भी आ रहा है। आलाकमान किधर है, वक़्त बताएगा।

जेल में चूहा नेहरू के लिए ‘टॉर्चर’, झाड़ू लगा और अंग्रेजी बॉन्ड भर सिर्फ 12 दिन में निकले: सावरकर ने 15 साल झेली प्रताड़ना

नेहरू ने अपनी आत्मकथा में भी नाभा की 'प्रताड़ना' का जिक्र किया है - कमरे की ऊँचाई कम थी, वहाँ एक चूहा था, जमीन पर सोना होता था और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था नहीं थी।

नेताओं में ‘हिन्दू’ दिखने की होड़, क्षेत्रीय क्षत्रपों का PM ख्वाब टूटा: 7 साल में बदल दी पूरी सियासत

PM बनने का ख्वाब देखने वाले क्षेत्रीय क्षत्रप दिल्ली से गायब हो गए। राजनीति डिजिटल हो गया। हर नेता खुद को राष्ट्रवादी और हिन्दू हितैषी दिखाने लगा। कई जानी-दुश्मन एक हो गए। नॉर्थ-ईस्ट और कश्मीर मुख्यधारा की राजनीति में आया।

‘एक ऐसी महामारी जो…’: चरक ने हजारों साल पहले चेताया था, पर वायरस की जगह आयुर्वेद से लड़ रहा IMA

जब IMA लड़ाई को एलोपैथ बनाम आयुर्वेद बनाने में जुटा है, यह जानना जरूरी हो जाता है कि संक्रामक रोगों के बारे में आयुर्वेद कहता क्या है?

‘बाइबिल ठीक करेगा कोरोना’: वैक्सीन के खिलाफ मिशनरी प्रोपेगंडा पर चुप्पी, मदद करने वाले मंदिर ही बन रहे निशाना

ईसाई संगठन कोरोना वैक्सीन के खिलाफ लोगों को बरगला रहे हैं। IMA अध्यक्ष अस्पतालों को धर्मांतरण का अड्डा बनाना चाहते हैं। लेकिन, आलोचना का शिकार लोगों की मदद करने वाले मंदिर ही हो रहे हैं।

‘कोई पूज्य फातिमा बीबी को ऐसा कहे तो तुम्हें कैसा लगेगा’: माँ भवानी के अपमान पर बोला 14 साल का बालवीर, सिर धड़ से...

हकीकत राय ने माँ भवानी का अपमान कर रहे मुस्लिम छात्रों से बस इतना ही पूछा कि अगर कोई उनकी पूज्य फातिमा बीबी को ऐसा कहे तो उन्हें कैसा लगेगा?

फिल्म नहीं ‘भाई पोर्न’ है: 10 मिनट का मसाला है सलमान खान की ‘राधे’, बेकार कर दिए 2 घंटे

अगर सारे फालतू दृश्यों को हटा दें तो ये फिल्म मात्र 10 मिनट में निपटाई जा सकती है। ये समझ से परे है कि जो चीज 10 मिनट में दिखाई जा सकती थी, उसे 2 घंटे में क्यों दिखाया गया?

इजरायल का Iron Dome वाशिंगटन पोस्ट को खटका… तो आतंकियों के हाथों मर ‘शांति’ लाएँ यहूदी?

सोचिए, अगर ये तकनीक नहीं होती तो पिछले दो हफ़्तों से गाज़ा की तरफ से रॉकेट्स की जो बरसात की गई है उससे एक छोटे से देश में कितनी भीषण तबाही मचती!