Thursday, November 21, 2024
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रचना कुमारी

इस्माइल मारा गया, मरने वाला था अजमल कसाब भी… उस दिन संजय गोविलकर न होते तो 26/11 होता ‘हिंदू आतंकवाद’

संजय गोविलकर ने कहा- उसे मत मारो, वही तो सबूत है। फिर जिंदा पकड़ा गया आतंकी अजमल कसाब, जिसके हाथ में बँधा था कलाबा और नाम दिया गया था समीर चौधरी।

सेवा की मूर्ति बता राइस बैग छिपाए, मदर का तमगा दे मिशनरी में बच्चों को बाँधकर रखना छिपायाः जिस टेरेसा को इंदिरा की इमरजेंसी...

1910 में 26 अगस्त को अल्बेनिया में पैदा हुई उस लड़की को दुनिया ने जाना 'मदर टेरेसा' के नाम से। उसे करुणा और सेवाभाव की मूर्ति के तौर पर वैसे ही प्रचारित किया गया, जैसे संत वेलेंटाइन को प्रेम का मसीहा बताया जाता है।

एकनाथ शिंदे की बगावत से कैसे पार पाएँगे उद्धव, इन 5 को तो बाल ठाकरे भी नहीं रोक पाए: एक ने गिरफ्तार करवाया, दूसरे...

शिवसेना की जब भी बात होती है, बाल ठाकरे चर्चा में आ ही जाते हैं। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद भी उन मौकों पर बात हो रही है जब पार्टी को टूटने से बाल ठाकरे भी नहीं बचा पाए।

सुशांत पर रिया के लिए ‘दरबार’ सजाया, आर्यन खान को क्लीनचिट पर ‘मीडिया को पाठ’: राजदीप सरदेसाई को ड्रग्स पर रिपोर्टिंग क्यों लगती है...

आर्यन खान को क्लीनचिट मिलने पर मीडिया को 'ज्ञान' दे रहे, उसे 'शोर मीडिया' बता रहे, राजदीप सरदेसाई वही पत्रकार हैं, जिनका पूरा करियर मीडिया ट्रायल चलाने में ही बीता है।

मुश्किल से मिलती थी दो वक्त की रोटी, आज दुनिया ‘किसान चाची’ के नाम से जानती है: मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक कर...

किसान चाची ने अपने बुलंद हौसले के दम पर न सिर्फ सामाजिक बंधनों का विरोध किया, बल्कि अपनी मेहनत से महिलाओं की तकदीर को भी बदलने का काम किया।

पिता करते हैं सिलेंडर डिलीवरी, खुद लगाया झाड़ू-पोछा : जानिए कौन हैं अलीगढ़ से निकलकर IPL स्टार बना ये खिलाड़ी

रिंकू सिंह ने घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण क्रिकेट छोड़कर नौकरी भी करने का फैसला किया था। बात झाड़ू-पोछा तक आ चुकी थी।

महिला, सेक्स, पैसा: विदेशी नेताओं पर इसी हथियार से डोरे डालता है चीन, राहुल गाँधी के नाइट क्लब पार्टी वीडियो से उपजे कई सवाल

हाल में अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक से ऐसी रिपोर्ट सामने आई हैं, जो बताती है कि वहाँ के सत्ता के गलियारों में घुसपैठ के लिए चीन ने महिला, सेक्स और पैसे को हथियार बनाया था।

ठंड में ठिठुरती बच्ची बनी प्रेरणा, आज 18 राज्यों में उजियारा फैला रही है AROH: 5 लाख लोगों के जीवन में बदलाव लाने की...

एक गैर सरकारी संस्था (NGO) है। नाम है- A Ray Of Hope (AROH)। इसका मकसद है गरीब और पिछड़े हुए लोगों की पढ़ाई, नौकरी और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करना है।