1910 में 26 अगस्त को अल्बेनिया में पैदा हुई उस लड़की को दुनिया ने जाना 'मदर टेरेसा' के नाम से। उसे करुणा और सेवाभाव की मूर्ति के तौर पर वैसे ही प्रचारित किया गया, जैसे संत वेलेंटाइन को प्रेम का मसीहा बताया जाता है।
शिवसेना की जब भी बात होती है, बाल ठाकरे चर्चा में आ ही जाते हैं। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद भी उन मौकों पर बात हो रही है जब पार्टी को टूटने से बाल ठाकरे भी नहीं बचा पाए।
आर्यन खान को क्लीनचिट मिलने पर मीडिया को 'ज्ञान' दे रहे, उसे 'शोर मीडिया' बता रहे, राजदीप सरदेसाई वही पत्रकार हैं, जिनका पूरा करियर मीडिया ट्रायल चलाने में ही बीता है।
हाल में अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक से ऐसी रिपोर्ट सामने आई हैं, जो बताती है कि वहाँ के सत्ता के गलियारों में घुसपैठ के लिए चीन ने महिला, सेक्स और पैसे को हथियार बनाया था।
एक गैर सरकारी संस्था (NGO) है। नाम है- A Ray Of Hope (AROH)। इसका मकसद है गरीब और पिछड़े हुए लोगों की पढ़ाई, नौकरी और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करना है।