अपने बारे में का बताएँ गुरु, बस बनारसी हूँ, इसी में महादेव की कृपा है!
बाकी राजनीति, कला, इतिहास, संस्कृति, फ़िल्म, मनोविज्ञान से लेकर ज्ञान-विज्ञान की किसी भी नामचीन परम्परा का विशेषज्ञ नहीं हूँ!
राष्ट्रपति बाइडेन इस मामले में बिलकुल स्पष्ट थे कि वह अपने दो दिवसीय जी-20 कार्यक्रम की शुरुआत भारत मंडपम में पवित्र यूचरिस्ट और प्रार्थना के साथ शुरू करना चाहते हैं।
मंदिर के तोड़े जाने का एक महत्वपूर्ण प्रमाण 'मा-असीर-ए-आलमगीरी’ नाम की पुस्तक भी है। यह पुस्तक औरंगज़ेब के दरबारी लेखक सकी मुस्तईद ख़ान ने 1710 में लिखी थी।