अपने बारे में का बताएँ गुरु, बस बनारसी हूँ, इसी में महादेव की कृपा है!
बाकी राजनीति, कला, इतिहास, संस्कृति, फ़िल्म, मनोविज्ञान से लेकर ज्ञान-विज्ञान की किसी भी नामचीन परम्परा का विशेषज्ञ नहीं हूँ!
दिलबर नेगी और अंकित शर्मा वे नाम हैं, जिनकी दिल्ली दंगों के दौरान वीभत्स तरीके से हत्या की गई थी। दो साल बाद उस इलाके में न पीड़ित परिवार रहे और न गवाह।
फैसल फारुख का राजधानी स्कूल दंगों का एपिसेंटर था। इससे सटा यतेन्द्र शर्मा का डीआरपी स्कूल दंगों में तबाह हो गया था। दिल्ली के शिव विहार स्थित दोनों स्कूल फिलहाल किस हाल में?
2020 में दंगाई भीड़ ने जिनकी दुकानों को निशाना बनाया वे आज भी इससे उबर नहीं पाए। कोई इलाका छोड़ गया, किसी ने नाम बदला तो किसी की दुकान मुस्लिम ने खरीदी।