Sunday, November 24, 2024
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रवि अग्रहरि

अपने बारे में का बताएँ गुरु, बस बनारसी हूँ, इसी में महादेव की कृपा है! बाकी राजनीति, कला, इतिहास, संस्कृति, फ़िल्म, मनोविज्ञान से लेकर ज्ञान-विज्ञान की किसी भी नामचीन परम्परा का विशेषज्ञ नहीं हूँ!

आध्यात्मिक जागरण का सनातन स्वर है महाशिवरात्रि: शून्यता के उस शिखर को छू लेने की परमरात्रि जहाँ से उद्घाटित होता है शिव तत्व

महाशिवरात्रि जीव को आत्मबोध तक पहुँचाने की रात्रि है। योग परम्परा के अनुसार बात की जाए तो ख़ुद को अस्तित्व से एकाकार करने की रात।

शिव विहार में जिनके घर दंगाइयों ने फूँके, कपिल मिश्रा ने फिर से बसाया: दावा- केजरीवाल के MLA हाजी यूनुस देते रहते हैं उजाड़ने...

उत्तर-पूर्वी दिल्ली का शिव विहार वह इलाका जो 2020 के दंगों में सर्वाधिक प्रभावित रहा था। आज भी यहाँ लोग उससे पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं।

‘अब जाने दीजिए, दो साल हो गए…’: दिलबर नेगी और अंकित शर्मा को बिसरे सभी बारी-बारी, पीड़ित परिवार और गवाह ने छोड़ा इलाका

दिलबर नेगी और अंकित शर्मा वे नाम हैं, जिनकी दिल्ली दंगों के दौरान वीभत्स तरीके से हत्या की गई थी। दो साल बाद उस इलाके में न पीड़ित परिवार रहे और न गवाह।

एक स्कूल से हिंदुओं की संपत्ति पर दागे गए थे पेट्रोल बम, दूसरा हो गया था तबाह: दिल्ली दंगों के 2 साल बाद दोनों...

फैसल फारुख का राजधानी स्कूल दंगों का एपिसेंटर था। इससे सटा यतेन्द्र शर्मा का डीआरपी स्कूल दंगों में तबाह हो गया था। दिल्ली के शिव विहार स्थित दोनों स्कूल फिलहाल किस हाल में?

ताहिर हुसैन की जिस बिल्डिंग से हिंदू बने थे निशाना वहाँ चल रहे धंधे, हिंदू बेच रहे मकान: दिल्ली दंगों के 2 साल बाद...

ताहिर हुसैन की जिस बिल्डिंग से दंगों के दौरान हिंदुओं और उनकी संपत्तियों को निशाना बनाया गया था, वहाँ अब काम-धंधे चल रहे हैं।

‘इनकी वजह से जान बची, अब नहीं हटाएँगे चाहे जो हो…’: दिल्ली दंगों के 2 साल बाद PM मोदी की तस्वीर ही ‘श्याम चाय...

2020 में दंगाई भीड़ ने जिनकी दुकानों को निशाना बनाया वे आज भी इससे उबर नहीं पाए। कोई इलाका छोड़ गया, किसी ने नाम बदला तो किसी की दुकान मुस्लिम ने खरीदी।

ऋतुराज बसंत: ज्ञान, संगीत, कला की उपासना से लेकर काम और मोक्ष का जीवंत उत्सव भी, जानिए पौराणिक-सांस्कृतिक महत्व

बसंत, बसंत पंचमी, मदनोत्सव, सरस्वती पूजा, होली की प्रारम्भिक शुरुआत, श्मशान में मौत के तांडव पर भारी जीवन का उत्सव – ऋतुराज बसंत यह सब कुछ है।

‘अल्लाह ने चाहा तो इन्हीं से जूते साफ कराऊँगा’: जिस अधिकारी को आजम खान ने धमकाया, उसी ने पहुँचाया जेल, हिला डाला उनका साम्राज्य

आजम खान ने तब उनको धमकाते हुए कहा था, "कलेक्टर-फलेक्टर से मत डरियो, ये तनखैय्ये हैं, अल्लाह ने चाहा तो चुनाव बाद इन्हीं से जूते साफ कराऊँगा।"