पीएम मोदी अब तक कुल 35 इंटरव्यू दे चुके हैं, 119 जनसभाएँ कर चुके हैं। राहुल गाँधी इस दौरान मीडिया को इंटरव्यू नहीं दिया है। उन्होंने मात्र 1 रोड शो किया है।
साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित और मेजर रमेश के साथ जो हुआ... उसे देख कहना गलत नहीं कि यूपीए सरकार सिर्फ हिंदू आतंकवाद की थ्योरी को सही साबित करना चाहती थी।
ISIS से लेकर PFI तक गजवा-ए-हिन्द की साजिश में लगे पड़े हैं। मुस्लिम 'अपना इलाका' बसा कर शरिया चलाने लगते हैं और बाकियों को पलायन को विवश कर देते हैं। बावजूद इसके कॉन्ग्रेस 2 बीवियों वालों को 2 लाख रुपए देने का वादा करती है। घुसपैठियों का समर्थन किया जाता है, हिन्दुओं की संपत्ति छीनने की धमकी दी जाती है।
2018 में लिखे गए एक पत्र में कर्नल पुरोहित ने बताया था कि पूछताछ के दौरान उनके कपड़े उतारे गए, उनके प्राइवेट पार्ट पर वार किया गया और उनके बाल पकड़ कर खींचा गया।
हकीकत ये है कि ट्रूडो सरकार अब खुलकर खालिस्तानी आतंकवादियों का समर्थन कर रही है, उन्हें बचा रही है और भारत विरोधी कार्यक्रमों को जारी रखने की छूट दे रही है।
पीएम मोदी को तानाशाह कहा जाता है लेकिन हकीकत ये है कि उन्हें गाली देने वाले आजाद हैं। वहीं दूसरी ओर विपक्ष के नेताओं पर फनी कंटेंट बनाने और शेयर करने पर भी कार्रवाई होती है।
मधु कोड़ा का नाम ₹ 4000 करोड़ के घोटाले में आया। हेमंत सोरेन 8.5 एकड़ जमीन अवैध रूप से खरीदने के मामले में जेल में हैं। धीरज साहू के यहाँ से ₹350 करोड़ कैश मिला, अब आलमगीर आलम के PS के नौकर के यहाँ से ₹25 करोड़ मिले हैं। झारखंड में हो रही लूट में कॉन्ग्रेस बराबर की भागीदार है।