NDTV द्वारा गुजरात के तनिष्क स्टोर पर ‘भीड़ द्वारा हमला’ करने की फेक न्यूज़ फैलाने के बचाव में आख़िरकार एक इस्लामी प्रचार वेबसाइट और स्वघोषित फैक्ट चेकर गिरोह ‘ऑल्टन्यूज़’ का संस्थापक प्रतीक सिन्हा भी आ गया है। प्रतीक सिंहा का तर्क है कि गुजरात के गृहमंत्री को NDTV द्वारा फैलाई गई साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील फेक न्यूज़ पर उन्हें दण्डित करना ‘गलत प्राथमिकता’ का चुनाव है।
ऑल्टन्यूज़ के संस्थापक प्रतीक सिंहा ने गुजरात के गृहमंत्री का ट्वीट रीट्वीट करते हुए लिखा है, “गुजरात के गृह मंत्री, जो कानून और व्यवस्था के लिए जिम्मेदार हैं, की प्राथमिकताएँ वास्तविकता से ताल्लुक नहीं रखती हैं। उन्होंने गुंडों की हरकतों की पूरी तरह से अनदेखी की, जिन्होंने तनिष्क के कर्मचारियों को धमकी दी, और वो एनडीटीवी के बारे में अधिक परेशान हैं जिन्होंने अपनी रिपोर्ट की गलतियाँ सुधार लीं।”
दरअसल, तनिष्क के विज्ञापन पर जारी विवाद के बीच NDTV द्वारा गुजरात के तनिष्क स्टोर पर हमला होने की फेक न्यूज़ के प्रसारण के बाद सोशल मीडिया पर सभी लोग ऑल्टन्यूज़ पर यह दबाव बना रहे थे कि क्या वह इस खबर का फैक्ट चेक सिर्फ इस वजह से नहीं कर रहे हैं क्योंकि यह NDTV ने फैलाई है?
लेकिन प्रतीक सिन्हा ने NDTV का फैक्ट चेक करने के बजाए गुजरात के गृहमंत्री के बयान को ही गलत साबित करने और उन्हें उनका दायित्व याद दिलाने का बचकाना प्रयास किया है। प्रतीक सिन्हा यहाँ पर निष्पक्ष रहने की अदाकारी सही तरीके से नहीं कर पाया और फैक्ट चक्र तो वो कभी था ही नहीं।
क्या है मामला?
तनिष्क द्वारा विज्ञापन वापस लेने के बाद वामपंथी मीडिया चैनल एनडीवी ने ब्रेकिंग चलाते हुए दावा किया कि विवाद के चलते गुजरात के गाँधीधाम में तनिष्क के एक स्टोर पर हमला हुआ है।एनडीटीवी के मुताबिक, हमलावरों की भीड़ ने कथित तौर पर स्टोर मैनेजर को माफी पत्र लिखने के लिए कहा था।
अब गुजरात के गृहमंत्री ने इसका खंडन करते हुए कहा, “NDTV द्वारा गाँधीधाम (गुजरात) के तनिष्क स्टोर पर हमले की फैलाई गई खबरें पूर्णतः झूठ और फ़र्ज़ी हैं। यह बिलकुल ही गलत मंशा से गुजरात में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने और हिंसा भड़काने के उद्देश्य से किया गया कार्य है। मैंने इन लोगों पर मामला दर्ज करने को कहा है और फेक न्यूज चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।”
NDTV की रिपोर्ट में कहा गया था कि गुजरात के गाँधीधाम में तनिष्क स्टोर पर हमला हुआ है। हमला होने के बाद स्टोर मैनेजर के माफी पत्र में कथित तौर पर सेक्युलर विज्ञापन प्रसारित करके हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए कच्छ जिले के लोगों से माफी माँगवाई गई।
तनिष्क के विज्ञापन में एक हिंदू महिला की गोदभराई की रस्म को दिखाया गया था। इस लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई थी। इसमें हिंदू संस्कृति को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम परिवार सभी रस्मों रिवाजों को हिंदू धर्म के हिसाब से करता दिखाया गया था।
विज्ञापन को लव जिहाद को बढ़ावा देने के आरोप लगने और सोशल मीडिया पर तनिष्क के बहिष्कार की अपीलों के बाद कंपनी ने विज्ञापन को वापस ले लिया। कुछ इसी तरह का विवाद होली के दौरान सर्फ एक्सेल के एक विज्ञापन को लेकर भी हुआ था।