केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया पर कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में पुरानी तस्वीरों से लेकर फर्जी खबरों तक को आगे बढ़ा कर जनता को बुनियादी जरूरतों से जुड़ी सामग्री के नाम पर भ्रमित किया जा रहा है। हाल में एलपीजी सिलेंडर के दामों पर भी इसी तरह का एक झूठ फैलाया गया कि भारत सरकार एलपीजी सिलेंडरों के दामों पर बदलाव करने के विचार कर रही है।
इन रिपोर्ट्स में कहा गया, “एलपीजी सिलेंडर को लेकर भी कुछ खास बदलाव हो सकते हैं। संभव है कि बहुत जल्द अब एलपीजी सिलेंडर के भाव भी हर सप्ताह रिवाइज किए जाएँ। दिसंबर महीने में एलपीजी के दाम में कुल 100 रुपए तक का इजाफा हुआ है।”
आगे इनमें कहा गया, “अब तक ग्राहक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में प्रतिदिन होने वाले बदलाव से घुल-मिल गए हैं। ऐसे में पहले की तुलना में कम अवधि में एलपीजी की कीमतों को रिवाइज किए जाने से भी उन्हें कोई समस्या नहीं होगी।”
बता दें कि, ‘पीआईबी फैक्ट चेक’ ने इस खबर का भंडाफोड़ करते हुए हकीकत बताई है। पीआईबी ने अपने ट्वीट में लिखा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तेल कंपनियाँ अब गैस सिलेंडर के दामों में प्रतिदिन या साप्ताहिक तौर पर बदलाव करने का विचार कर रही हैं। मगर, इस खबर का फैक्ट यह है कि ये दावा पूरा गलत है। भारत सरकार ने एलपीजी सिलेंडर के दामों में परिवर्तन संबंधी कोई घोषणा नहीं की है।
दावा : कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तेल कंपनियां अब गैस सिलेंडर के दामों में प्रतिदिन या साप्ताहिक तौर पर बदलाव करने का विचार कर रही हैं।#PIBFactCheck : यह दावा गलत है। भारत सरकार ने एलपीजी सिलेंडर के दामों में परिवर्तन संबंधी कोई घोषणा नहीं की है। pic.twitter.com/paPELbEXoV
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 29, 2020
इससे पहले, मीडिया खबरों के जरिए UPI ट्रांजैक्शन कें महँगे होने की खबर भी सामने आई थी। इनमें दावा किया गया था कि यदि थर्ड पार्टी एप्स से पेमेंट की गई तो अतिरिक्त चार्ज लगेगा। हालाँकि, सरकार ने इस दावे को खारिज करते हुए किसी प्रकार की यूपीआई ट्रांजैक्शन में बढ़ोतरी से इंकार किया था। फैक्ट चेक से यह स्पष्ट किया गया था कि NPCI की ओर से ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स बता रही थीं कि थर्ड पार्टी ऐप से ट्रांजैक्शन करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेगा।
पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर पर लिखा था, “यह दावे गलत हैं। NPCI की ओर से ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।” इसके अलावा NPCI ने भी अपनी ओर से कहा, “NPCI यह स्पष्ट करना चाहता है कि जो खबरें आ रही हैं कि UPI ट्रांजैक्शन पर 1 जनवरी 2021 से अतिरिक्त चार्ज लगेगा, वो पूर्णत: फर्जी है। 5 नवंबर को जारी की गई हमारी प्रेस रिलीज मेें कीमत या चार्ज से जुड़ा कुछ भी नहीं है।”
दावा : एक #खबर में दावा किया जा रहा है कि नए साल से यूपीआई ट्रांज़ैक्शन महंगे हो जाएंगे व थर्ड पार्टी एप्स से पेमेंट करने पर अतिरिक्त चार्ज लगेंगे। #PIBFactCheck : यह दावा गलत है। @NPCI_NPCI ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है।
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 9, 2020
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